कीजिये सलाम इन पुलिसवालों को, जिन्होंने दिल्ली में 16 बच्चों को डूबने से बचाया
बाढ़ग्रस्त दिल्ली में फंसी स्कूल बस
भारी बारिश के चलते दिल्ली में कई इलाकों में बाढ़ आ गयी है और निचले इलाकों में जल भराव भी हो रहा है। कई क्षेत्रों में सड़कें पानी में डूबी हुई हैं और जल स्तर खतरनाक हद तक बढ़ा हुआ है। ऐसे में एक स्कूल बस दिल्ली के एक निचले इलाके में करीब 70 बच्चों के साथ एक ब्रिज के नीचे से निकलते हुए जल भराव में फंस गयी। लगातार बारिश के चलते जल स्तर बढ़ रहा था जिससे बस के डूबने का खतरा भी पैदा हो गया। ऐसे में बच्चे बस की सीटों के ऊपर चढ़ गए और मदद के लिए चिल्लाने लगे। एक टीचर ने मोबाइल से किसी तरह हेल्प लाइन पर सहायता के लिए फोन किया।
मदद के इंतजार में समय गवाये बिना दो पुलिसवालों आये आगे
इस बीच वहां से गुजरते हुए एएसआई चोखे लाल और कांस्टेबल मुरारी लाल ने संकटग्रस्त स्कूल बस को देखा। हालात को देख कर वे समझ गए कि मददका इंतजार किया तो बच्चों कोबचाना असंभव हो जायेगा। चोखे लाल को तैरना नहीं आता था तो मुरारी लाल, जिसने अपने बचपन में गांव की नदी में तैराकी सीखी थी, गन इंस्पेक्टर को थमा कर बिना समय गवाये पूरी वर्दी में ही सीवेज मिले पानी में उतर गए। उनके पीछे इंस्पेक्टर भी जहां तक बिना तैरे पानी में जा सकते थे पानी में आ गए ताकि मुरारी की मदद कर सकें। कंधे तक पानी में खड़े होकर चोखे लाल अपने साथी का इंतजार करने लगे।
कंधों पर बिठा कर 16 बच्चों को मानव चेन की मदद से पार उतारा
पानी में तैरते हुए मुरारी लाल बच्चों तक पहुंचे और एक एक बच्चे को अपने कंघे पर बिठा कर लाने लगे और उन्हें चोखे लाल को थमाने लगे। इसके साथ ही वहां मौजूद ट्रैफिकपुलिस वालों और राहगीरो ने भी मदद की और ट्रैफिक पुलिसवालों के बताने पर एक मानव चेन बनायी और एक बच्चे को चोखे लाल से लेकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाने लगे। इस तरह जब तक अग्निशमन दल सारे उपकरणों के साथ वहां पुहंचा ये दोनों पुलिस वाले 16 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल चुके थे। इन पुलिस वालों की बहादुरी के चलते सभी बच्चे बचा लिए गए। सीवेज के पानी में करीब डेढ़ घंटे तक बच्चों के लिए तैरने के कारण मुरारी लाल को इंन्फेक्शन भी हो गया है। पुलिस विभाग ने अपने दोनों वीर कर्मचारियों को सम्मानित करने की घोषणा की है।