क्रिसमस के दिन दुनिया के सबसे मोटे आदमी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उसने एक ही दिन में छह एनर्जी ड्रिंक पी लिए थे। एंड्रेस मोरेनो की 38 साल की उम्र मे मौत हो गई। मोरेनो ने मौत के बाद यह जानाकरी सामने आई है कि मौत से तीन दिन पहले छह एनर्जी ड्रिंक एक साथ पी लिए थे।


एनर्जी ड्रिंक पीने के बाद हार्ट अटैक से हुई मौतडॉक्टर जार्ज ने बताया कि उन्होंने मोरेनो को कई अवसरों पर देखा और हर बार उसका मोटापा बड़ा हुआ पाया। उसके परिजनो ने बताया कि वह एक दिन में छह से अधिक एनर्जी ड्रिंक पी लेता था। डॉक्टर ने बताया कि उन ड्रिंक्स की संख्या छह से अधिक थी। वो एक आम आदमी की तरह दिखने के लिए अपना वजन घटाने की कोशिश कर रहा था। उसके फिट होने के दिखावे के चलते उसकी धड़कनों में अनियमितता आ गई थी। जिससे हार्ट अटैक में मृत्यु की संभावना बड़ जाती है। डॉक्टर ने कहा कि उनकी मृत्यु से पहले के दिनों में मोरेनो ने कहा था कि राशि के लिए  अपनी पत्नी के साथ एक समस्या थी जिससे वह मानसिक तनाव में था। सात लोगों की टीम ले गई थी अस्पताल


गैस्ट्रिक बाईपास मैक्सिको अस्पताल जिसमें उसके पेट के बाईपास सेशन का आयोजन किया था कहा कि ऊर्जा पेय अधिक पीने के चलते मोरेनो को मधुमेह हो गया था। मोरेनो एक दिन में किसी स्वस्थ व्यक्ति से अधिक भोजन करता था। छह एनर्जी ड्रिक कोक की 42 बोतलों के बराबर होती है। एक स्वस्थ मनुष्य एक दिन में कोक की 42 बोतल नहीं पी सकता है। रेनो को दिल का दौरा पड़ने और पेरिटोनिटिस से जुड़ी समस्याओ की वजह से क्रसमस के दिन उसकी मौत हो गई। रेनो को बिस्तर से अस्पताल ले जाने के लिए सात कर्मचारियों की एक टीम आई। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। ऑपरेशन के बाद 361 किलो वजन कम होने की थी आशामोरेनो ने अपने शरीर को पतला रखने के लिए वेट लॉस सर्जरी करवाई थी। उसके पेट की सर्जरी के तीन महीने बाद उसे एक ट्यूब में छोड़ दिया गया था । उसे बहुत ज्यादा खाने से रोकने को भी शामिल किया गया। सर्जरी से पहले फुटबाल स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने उसे वेट लास करने और हेल्दी रहने के लिए हिम्मत बड़ाते हुए रियल मेड्रिड की साइन की हुई शर्ट दी थी। ऑपरेशन के बाद मोरेनो को आशा थी कि उसका वजन 361 किलोग्रम कम हो जाएगा। उसे अपना परिवार शुरू करने के लिए एक स्वस्थ मुनष्य जितना वजन चाहिए था। मोरेनो जन्म से ही भारी पैदा हुआ था। जन्म के समय उसका वजन 13 पाउंड था। जब वह दस साल का हुआ तो उसका वजन 120 किलोग्राम से भी अधिक हो गया था। मोटापे के चलते उसका वजन दिन पर दिन बड़ रहा था।

मोटापे की वजह से पत्नी ने छोड़ा साथमोरेनो ने बताया कि मुझे महसूस हो रहा था कि मैं मोटे से और मोटा होता जा रहा हूं। मेरा शरीर एक स्नोबाल की तरह लगने लगा था। मैं अपने बड़ते हुए वजन को रोकने के लिए कुछ नहीं कर सकता था। मैने अपनी पत्नी को खो दिया जिसे मैं पिछले तीन सालों से प्यार कर रहा था। वो मुझे छोड़ कर चली गई क्योकि मैं मोटा हो रहा था। मैं बहुत बुरा दखिता था जब लोग मुझ से मिलने आते थे। विश्व का सबसे मोटा व्यक्ति 558 किलोग्राम का था

विश्व के सबसे वजनी व्यक्ति का पिछला रिकॉर्ड भी एक मैक्सिकन मैनुआल उरीबे के नाम था वह 558 किलोग्राम था।  उरीबे की मौत 2014 में 48 साल की उम्र में हो गई थी। मैक्सिको में दुनिया की सबसे ज्यादा मोटे लोग रहते हैं। वहां के 70 प्रतशित से भी अधिक लोगों का वजन सामान्य से ज्यदा है। बड़ते वजन और मोटापे की वजह से उन्हें स्वास्थ संबंधी ढेरों समस्यायें हैं। मैक्सिको में 88 हजार से भी अधिक लोग की मौत प्रतिवर्ष मधुमेह के चलते हो जाती है। ब्रिटेन में सबसे मोटा आदमी कार्ल थाम्पसन 412 किलोग्राम का था। एक दिन में 10 हजार कैलोरी घटाने के चलते जून 2015 में उसकी मौत हो गई।

Posted By: Prabha Punj Mishra