ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर विश्व शक्तियों की दो दिनों की बैठक आज से जिनेवा में शुरू हो रही है हालांकि इस बातचीत से किसी बड़े नतीजे की उम्मीद नहीं है.


जिनेवा से बीबीसी संवाददाता जेम्स रेनॉल्ड्स का कहना है कि वार्ताकार चाहते हैं कि ईरान ऐसे क़दम उठाए जिससे वह कभी भी परमाणु हथियार ना बना सके.इसके बदले में कुछ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों को उठाने का वायदा किया जा रहा है. हालांकि पश्चिमी देशों ने संकेत दिया है कि दो दिन के अंदर किसी समझौते पर पहुंचना मुश्किल है.एक वरिष्ठ अमरीकी अधिकारी ने कहा है कि ''रातों रात किसी अहम परिणाम की उम्मीद नहीं करनी चाहिए.'''एक दाना बाहर नहीं जाने देंगे'पश्चिमी देशों का मानना है कि ईरान अपने यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम की आड़ में परमाणु हथियार बनाने की क्षमता हासिल कर रहा है.जबकि ईरान कहता है कि वह परमाणु तकनीक में महारत हासिल कर बिजली उत्पादन औऱ चिकित्सा संबंधी शोध करना चाहता है.


ईरान पी5 प्लस 1 समूह के साथ साल 2006 से बातचीत कर रहा है क्योंकि वह चाहता है कि उस पर लगे अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध हटा लिए जाएं.वहीं पश्चिमी देश चाहते हैं कि ईरान अपना यूरेनियम उत्पादन और संवर्धन कार्यक्रम रोक दे. साथ ही कुछ भंडार देश से बाहर भेज दे और फ़ोर्दू उत्पादन स्थल बंद कर दे जहां ज़्यादातर संवर्धन किया जाता है.

हालांकि उप विदेश मंत्री अब्बास अराक़ची ने कहा है कि संवर्धित यूरेनियम को त्यागने का सवाल ही पैदा नहीं होता.ईरान के सरकारी टीवी की वेबसाइट पर लगे उनके बयान के मुताबिक़ उनका कहना है कि ''हम यूरेनियम का एक दाना भी देश से बाहर नहीं जाने देंगे.''

Posted By: Subhesh Sharma