वॉल्टर विलियम्स नामक शख़्स के शव को जब अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया तब उन्होंने अचानक  शव रखे जाने वाले बैग में हिलना शुरू कर दिया.

'पॉर्टर ऐंड संस फ्यूनरल होम' के कर्मचारी उनके शव पर लेप लगाने की तैयारी कर रहे थे, तभी विलियम्स के शरीर में हरकत देखी गई.

78 वर्षीय विलियम्स को लेक्जिंगटन में उनके घर में ही नब्ज़ नहीं चलने पर मृत घोषित किया गया था.

ऐसा माना जा रहा है कि शायद उनके पेसमेकर ने अस्थायी रूप से काम करना बंद कर दिया होगा जिसकी वजह से उन्हें  मृत समझा गया.

होम्स काउंटी के शव जांच विशेषज्ञ डेक्सटर हावर्ड ने बीबीसी को बताया कि उन्हें मरणासन्न रोगियों के अस्पताल की एक नर्स ने विलियम्स के घर बुलाया था और कहा कि उनकी मौत हो गई है.

हावर्ड ने कहा कि उन्होंने सामान्य तरीके से ही विलियम्स की जांच की थी और उन्हें उनके जीवित होने का कोई संकेत नहीं मिला.

'एक चमत्कार'

हावर्ड ने कहा, "विलियम्स को पॉर्टर ऐंड संस फ्यूनरल होम ले जाया गया और जब उनके शरीर पर लेप लगाने की तैयारी हो रही थी ठीक उसी वक्त हमने देखा कि उनके शरीर में हरकत हो रही है."

उन्होंने कहा, "उन्होंने सांस लेना शुरू कर दिया. यह एक चमत्कार था."

विलियम्स पेशे से किसान और स्कूल बोर्ड के कर्मचारी हैं. उनका इलाज कराने के लिए एक अस्पताल ले जाया गया जहां हावर्ड उन्हें देखने के लिए गए. उन्होंने कहा, "वह अब भी ज़िंदा हैं."

कोरोनर का कहना था कि विलियम्स की मौत के बाद मातम मना रहे उनके परिवार ने जब उनके ज़िंदा होने की ख़बर सुनी तो जश्न मनाना शुरू कर दिया.

हावर्ड का कहना है कि उन्होंने एक शव जांच विशेषज्ञ के तौर पर दो दशकों के दौरान ऐसा कोई वाकया नहीं देखा.

उन्होंने कहा, "यह एक असामान्य मामला है. हालांकि मुझे उम्मीद है कि वह अभी ज़िंदा रहेंगे."

विलियम्स के भतीजे एडी हेस्टर ने बताया, "मुझे नहीं पता है कि वह और कितने दिन ज़िंदा रहेंगे लेकिन अभी वह ज़िंदा हैं और हमारे लिए यही बात मायने रखती है."

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