कानपुर। 3 सितंबर 1990 को उत्तर प्रदेश के अमरोहा में जन्में मोहम्मद शमी भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं। सीमित ओवरों के खेल में नहीं बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भी शमी का प्रदर्शन लाजवाब रहता है। यही वजह है कि पिछले कुछ समय से भारतीय तेज गेंदबाजी की मुख्य कड़ी बन चुके हैं। शमी को पुरानी गेंद से स्विंग कराने में महारत हासिल यही है। जब भी टीम को विकेट की जरूरत पड़ी, शमी ने ब्रेक थ्रू दिलवाई।
2013 में किया इंटरनेशनल डेब्यू
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का इंटरनेशनल करियर ज्यादा लंबा नहीं रहा है। शमी को पहला वनडे मैच खेले सिर्फ छह साल हुए हैं। यूपी में रहने के बावजूद शमी ने फर्स्ट क्लाॅस क्रिकेट की शुरुआत बंगाल की टीम से की। शमी ने अभी 15 मैच ही खेले थे कि टीम इंडिया के लिए उनके पास काॅल आ गया। 2013 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली में शमी को वनडे डेब्यू करने का मौका मिला और पहले ही मैच में शमी ने इतिहास रच दिया।
डेब्यू मैच में 24 गेंदें फेंकी डाॅट
पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच खेलते हुए मोहम्मद शमी ने अपने नाम एक अनोखा रिकाॅर्ड दर्ज कर लिया। इस मैच में शमी ने 9 ओवर गेंदबाजी की जिसमें एक विकेट लेते हुए चार ओवर मेडेन फेंके। इसी के साथ शमी वनडे डेब्यू मैच में चार या उससे ज्यादा मेडेन ओवर फेंकने वाले दुनिया के आठवें और भारत के पहले गेंदबाज बन गए।
टेस्ट डेब्यू भी रहा यादगार
वनडे की तरह शमी ने टेस्ट डेब्यू को भी यादगार बनाया। 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट खेलते हुए शमी ने अपनी खतरनाक गेंदबाजी से विंडीज बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी थी। दो मैचों की इस सीरीज में शमी ने 11 विकेट लिए। यही नहीं इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में शमी ने भुवनेश्वर कुमार के साथ मिलकर 10वें विकेट के लिए 111 रन की पार्टनरशिप करके इतिहास रच दिया। इस विकेट के लिए यह रिकाॅर्ड दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है।
चोटिल घुटने के साथ खेला वर्ल्डकप
दो साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के बाद मोहम्मद शमी को 2015 में वर्ल्डकप खेलने का मौका मिल गया, हालांकि शमी ने अपने पहले वर्ल्डकप में भी किसी को निराश नहीं किया। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 17 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने। आपको जानकर हैरानी होगी कि शमी ने इतने विकेट तब लिए जब उनका घुटना चोटिल था। पूरे वर्ल्डकप के दौरान शमी घुटने की समस्या से परेशान रहे, इसके बावजूद उन्होंने अपना शत-प्रतिशत दिया।
वनडे में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले भारतीय
शमी वनडे में सबसे तेज विकेटों का शतक लगाने वाले भारतीय गेंदबाज भी हैं। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, शमी ने ये कारनामा 56वें मैच में किया था। इसी के साथ शमी ने सालों पुराने इरफान पठान के रिकाॅर्ड को तोड़ा। शमी से पहले इरफान के नाम सबसे तेज 100 विकेट लेने का रिकाॅर्ड था। पठान ने यह कारनामा शमी से तीन मैच ज्यादा खेलकर किया था। इस लिस्ट में तीसरा नाम पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान का है। जहीर ने 65 मैच खेलकर 100 विकेट लिए थे।
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वर्ल्डकप में ले चुके हैं हैट्रिक
2019 विश्वकप में भी शमी की बेहतरीन गेंदबाजी जारी रही थी। इस टूर्नामेंट में शमी ने 14 विकेट चटकाए थे। इसमें एक हैट्रिक भी शामिल है।
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप 2019 में अफगानिस्तान के खिलाफ हैट्रिक लेकर मोहम्मद शमी ने इतिहास रच दिया। शमी वर्ल्डकप में हैट्रिक लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज है। इससे पहले ये कारनामा चेतन शर्मा ने 1987 विश्वकप में किया था।
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