-नगर निगम में आउटसोर्सिग पर तैनात स्टाफ के सर्विस रूल व नई भर्ती के लिए मानक तय

-जो आउटसोर्स पर कर रहे काम, उन्हें नहीं किया जाएगा छेड़छाड़

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नगर निगम में आउटसोर्सिग पर तैनात कर्मचारियों के सर्विस रूल और नई भर्ती के लिए मानक तय कर दिए गए हैं। अब पॉलिसी के हिसाब से आउटसोर्स पर कर्मचारी रखे जाएंगे। हालांकि आउटसोर्सिग के जरिए पहले से यहां जो कर्मचारी काम कर रहे हैं उन्हें कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा। नगर आयुक्त डॉ। नितिन बंसल ने बताया कि पॉलिसी से तमाम तरह की विसंगतियां दूर होंगी। विभागीय अनियमितता रुक सकेगी। ऑडिट के दौरान कोई आपत्ति भी नहीं होगी।

ये हैं आउटसोसर् पर तैनात

नगर निगम में आउटसोर्सिग पर करीब 750 इम्प्लाई तैनात हैं। इनमें स्वीपर, कम्प्यूटर ऑपरेटर, ड्राइवर, माली, लैम्प लाइटर और पशुबंदी गैंग शामिल हैं। पॉलिसी से इन्हें फायदा मिलेगा।

रुकेगी अनियमितता

नगर आयुक्त ने शनिवार को कैम्प कार्यालय में बैठक की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि पॉलिसी के हिसाब से ही मैनपावर रखा जाय। इससे तमाम तरह की वित्तीय अनियमितता रुकेंगी। ऑडिट में कोई परेशानी नहीं होगी। बैठक में संयुक्त नगर आयुक्त रमेश चन्द्र सिंह, तहसीलदार अविनाश कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी एके दूबे, प्रभारी अधिकारी परिवहन अजय राम, कम्प्यूटर कोऑर्डिनेटर संदीप श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।

ये हुआ है तय

- जिस एजेंसी व कम्पनी के जरिए मैन पावर लिया जाएगा उसका जीएसटी रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है।

- अब कर्मियों का ईपीएफ व ईएसआई की धनराशि भी काटी जाएगी

-वहीं सैलरी मिलने के बाद अब बिल प्रस्तुत करना होगा।