नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्तों सहित सभी पेंशनभोगियों की महंगाई राहत पर वृद्धि पर रोक का फैसला लिया है। ऐसे में केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भड़क उठे। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का कहना है कि डीए, डीआर बढ़ोतरी को फ्रीज करना जरूरी नहीं है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो संदेश में कहा कि मेरा मानना है कि ऐसे मुश्किल समय में भी केंद्रीय कर्मचारियों और सैन्य कर्मियों पर ऐसा फैसला थोपना जरूरी नहीं है। सरकारी कर्मचारियों के भत्तों में कटौती नहीं की जानी चाहिए। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह से पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते पर केंद्र सरकार के फैसले की आलोचना कर चुके हैं। किसी भी एरियर का

भुगतान नहीं किया जाएगा

वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) और अगले साल जुलाई तक केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए महंगाई राहत (डीआर) में बढ़ोतरी को रोक दिया। जारी आदेश के अनुसार, 1 जनवरी, 2020 से 30 जून, 2021 तक की अवधि के लिए किसी भी एरियर का भुगतान नहीं किया जाएगा। कोविड-19 से उत्पन्न संकट को देखते हुए 1 जनवरी, 2020 से केंद्र सरकार के कर्मचारियों को महंगाई भत्ते और केंद्र सरकार के पेंशनरों को महंगाई राहत (डीआर) की अतिरिक्त किस्त का भुगतान नहीं किए जाने का फैसला हुआ है।

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