- इंटरमीडियट में जिन स्टूडेंट्स के बाद इंगलिश नहीं होगी, वो भी टेक्निकल यूनिवर्सिटी में ले सकेंगे एडमिशन

-एकेडमिक काउंसिल ने प्रपोजल को दिया ग्रीन सिग्नल, एमसीए में निम्सेट क्वालिफाई करने वालों को ही एडमिशन

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KANPUR: एचबीटीयू के एडमिशन प्रॉसेस में बड़ा बदलाव किया गया है. जिसका फायदा हजारों स्टूडेंट्स को मिलेगा. अब इस टेक्निकल यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के पास इंटरमीडियट में इंगलिश होना जरूरी नहीं है. बुधवार को एकेडमिक काउंसिल ने इस पर ग्रीन सिग्नल दे दिया है. बता दें कि भी तक एचबीटीयू में एडमिशन के लिए इंटरमीडियट में फिजिक्स, केमेस्ट््री के साथ मैथ्स और इंगलिश होना कम्पलसरी था. यूनिवर्सिटी की इस पहल से सीबीएसई और आईएससी बोर्ड से 12वीं पास स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा.

सीबीएसई, आईएससी स्टूडेंट्स को फायदा

एचबीटीयू के रजिस्ट्रार प्रो. मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि सीबीएसई और आईएससी से पास बहुत से स्टूडेंट्स के पास इंटरमीडियट में इंगलिश नहीं होती थी. टैलेंटेड और मेरीटोरियस होने के बावजूद इन्हें नियम के मुताबिक, एचबीटीयू में एडमिशन नहीं मिलता था. इस मैटर पर बुधवार को कॉल की गई एकेडमिक काउंसिल में गंभीरता से विचार विमर्श किया गया. जिसके बाद डिसिजन हुआ कि अब टेक्निकल यूनिवर्सिटी में विदाउट इंग्लिश वाले स्टूडेंट्स को भी एडमिशन ि1दया जाएगा.

एडमिशन कमेटी को भेजा

डॉ. शुक्ला ने बताया कि जल्द ही यह प्रपोजल अब एडमिशन कमेटी में पास कराया जाएगा. पास होने के बाद नया नियम इसी सेशन से लागू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि एचबीटीयू एंट्रेंस के लिए अलग से कोई एंट्रेस नहीं आयोजित करता है. जेईई मेन की मेरिट के आधार पर ही स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि एमसीए में एडमिशन प्रॉसेस की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. निम्सेट क्वॉलिफाई कैंडिडेट्स को एडमिशन दिया जाएगा. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर एमसीए का एडमिशन प्रॉसेस अपलोड कर दिया गया है.

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एमटेक में 131 सीट्स पर एडमिशन

बीटेक में 617 सीट्स पर एडमिशन

एमसीए में 74 सीट्स पर एडमिशन