- राजधानी के आईईटी कॉलेज को बनाया गया नोडल सेंटर

LUCKNOW: स्टेट के इंजीनियरिंग कॉलेजों में अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ-साथ ऑनलाइन ट्यूशन पढ़ाना भी सिखाया जाएगा। इसके लिए छह मंथ का ट्रेनिंग मॉड्यूल बनाया गया है। साथ ही दो साल में पांच केंद्र स्थापित करने की तैयारी है। अभी राजधानी के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्निोलॉजी आईईटी को इसका नोडल सेंटर बनाया गया है। प्रदेश के इंजीनिय¨रग कालेजों में अभी सेवायोजन की स्थितियां अच्छी नहीं हैं। कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस व ईरान, दुबई, कतर जैसे खाड़ी देशों में गुणवत्तापरक शैक्षिक सेवाओं की जरूरत भी रहती है। वहां स्कूली स्टूडेंट्स को सर्वाधिक विज्ञान व गणित के शिक्षकों की आवश्यकता पड़ती है। इस आवश्यकता की पूर्ति के लिए इंजीनिय¨रग कालेजों में ऑनलाइन ट्यूशन पढ़ाना सिखाने के लिए विशेष प्रशिक्षण देने का फैसला हुआ है।

छह माह का ट्रेनिंग प्रोग्राम

प्रमुख सचिव (प्राविधिक शिक्षा) मोनिका एस। गर्ग के अनुसार कौशल विकास का यह विशेष प्रशिक्षण छह माह का होगा। इसमें देश-विदेश की जरूरतों के अनुसार भाषा, शैली आदि का प्रशिक्षण देने के साथ अलग-अलग देशों के पाठ्यक्रम की जानकारी भी दी जाएगी। इस तरह विदेशों के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए ट्यूटर तैयार हो सकेंगे। प्रदेश सरकार विदेश मंत्रालय के सहयोग से विदेशों में भारतीय दूतावासों के माध्यम से इन लोगों का प्रचार-प्रसार करेगी। दो साल के अंदर प्रदेश के अलग-अलग इंजीनिय¨रग कालेजों में ऐसे पांच केंद्र खोले जाएंगे। सायंकाल होने वाली कक्षाओं में इंजीनिय¨रग कालेजों के शिक्षकों के साथ इस क्षेत्र के विद्वानों को भी जोड़ा जाएगा।