कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Olympic Day 2023 : खेल और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए दुनियाभर में हर साल 23 जून को इंटरनेशनल ओलंपिक डे मनाया जाता है। इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी की स्थापना भी इसी दिन 1894 में हुई थी। ओलंपिक को खेलों का का महाकुंभ कहा जाता है। लेकिन इस महाकुंभ में भारतीयों का प्रदर्शन पहले न के बराबर रहता था। ओलंपिक में भारत सिर्फ हॉकी के खेल तक ही सिमट गया था। साल 2000 से पहले हॉकी के अलावा अन्य खेलों से भारत के खाते में सिर्फ चार ही मेडल आए थे। लेकिन धीरे-धीरे भारतीय खेलों में काफी बदलाव देखा गया। जिसका नतीजा भी देखने को मिल रहा है और टोक्यो ओलंपिक 2020 में ही भारत ने 7 मेडल जीते।
साल 2000 से पहले हॉकी तक सीमित था भारत
ओलंपिक में भारत को मिले मेडल्स पर नजर दौड़ाएं तो देखेंगे कि साल 1900 में नॉर्मन प्रिचर्ड ने दो सिल्वर मेडल जीते और 1952 में रेसलर केडी जाधव ने ब्रॉन्ज और 1996 में लिएंडर पेस ने टेनिस में ब्रॉन्ज जीता। इसके अलावा अन्य मेडल भारत के खाते में सिर्फ हॉकी के खेल से आए। साल 2000 में वेटलिफ्टिंग में पहला मेडल मिला। इसके बाद बॉक्सिंग, बैडमिंटन, रेसलिंग, शूटिंग में भारतीय खिलाडिय़ों ने मेडल दिलाए।
अब मिशन पेरिस ओलंपिक
भारत की नजर अब साल 2024 में आयोजित होने वाले पेरिस ओलंपिक पर है। पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी शुुरू हो गए हैं। इस इवेंट में भारत ने कम से कम 15 मेडल जीतने की उम्मीद जताई है। नीरज चोपड़ा, बजरंग पूनिया, लवलीना, पीवी सिंधु से फिर से मेडल की उम्मीद जताई जा रही है।
खेलों पर भारत सरकार का फोकस
भारत को दुनिया में एक खेल की महाशक्ति बनना चाहिए। इस लक्ष्य पर खेल मंत्रालय काम कर रहा है।
लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के माध्यम से, पदक के कई दावेदारों की पहचान की गई और प्रमुख आयोजनों के लिए उनका पोषण किया गया। परिणाम भी अनुकूल रहे।
- जमीनी स्तर पर भी, खेलो इंडिया/खेलो इंडिया यूथ गेम्स को अच्छी प्रतिक्रिया मिली और कई प्रतिभाशाली एथलीटों को भविष्य के दौरों के लिए चुना गया।
-भारतीय ओलंपिक संघ को नए पदाधिकारी मिले, जिनका नेतृत्व दिग्गज पीटी उषा के हाथों में है।
-खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। बड़े इवेंट्स में उपलब्धि हासिल करने पर पीएम खुद खिलाडिय़ों से मुलाकात कर उत्साह बढ़ाते हैं।

ओलंपिक से जुड़ी कुछ खास जानकारी
-भारत ने अपने पहले ओलंपिक की शुरुआत 1900 के पेरिस ओलंपिक में नॉर्मन प्रिचर्ड के साथ की थी। देश के आजाद होने से पहले नॉर्मन प्रिचर्ड ने भारत के लिए पहला इंडिविजुअल मेडल जीता।
1928 में भारतीय हॉकी टीम ने पहली बार ओलंपिक गोल्ड मेडल जीता।
1896 में यूनान की राजधानी एथेंस में पहली बार ओलंपिक खेलों का आयोजन हुआ। तब से हर चार साल बाद इनका आयोजन किया जाता है। पियरे डी कुवर्टिन को ओलंपिक खेलों का जन्मदाता कहा जाता है।
- आईओसी के अनुसार, पांच रिंग पांच पारंपरिक महाद्वीपों-अफ्रीका, अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन रिंग के जो रंग हैं, वह सभी देशों के राष्ट्राध्वज में दिखने वाले किसी न किसी रंग से मेल खाते हैं।
-फ्रांस की महिलाओं ने सबसे पहले ओलंपिक का आयोजन किया। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ओलंपिक का आयोजन करता है।
1928 में पहली बार ओलंपिक मशाल का सफर शुरू हुआ। इस ओलंपिक के बाद से मशाल की परंपरा जारी है।

ओलंपिक में भारत
1900 पेरिस ओलंपिक: मेंस 200 मीटर और मेंस 200 मीटर हर्डल्स में नॉर्मन प्रिचर्ड ने सिल्वर मेडल जीते।
1928: भारत ने हॉकी में पहला गोल्ड मेडल जीता। ध्यानचंद्र ने टूर्नामेंट में 14 गोल किए।
1932: भारत ने हॉकी में फिर गोल्ड मेडल जीता, हालांकि अन्य खेलों में भारत काफी पीछे रहा।
1936: भारतीय हॉकी ने फिर से गोल्ड पर निशाना लगाया।
1948: भारतीय हॉकी टीम ही भारत के खाते में गोल्ड मेडल जोड़ सकी।
1952: भारतीय हॉकी टीम ने जहां गोल्ड जीता, वहीं रेसलिंग में केडी जाधव ने ब्रांज मेडल जीता।
1956: भारतीय हॉकी टीम फिर गोल्ड जीतने में कामयाब हुई।
1960: रोम ओलंपिक में हॉकी में भारत ने सिल्वर जीता।
1964: टोक्यो ओलंपिक में फिर से भारतीय टीम गोल्ड जीतने में कामयाब रही।
1968: भारतीय हॉकी टीम तीसरी पोजीशन पर रही और ब्रॉन्ज मेडल जीता।
1972: म्यूनिख ने भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।
1980: ब्रॉन्ज मेडल भारत को हॉकी के खेल से मिला।
1996: टेनिस के सिंगल्स इवेंट में लिएंडर पेस ने ब्रॉन्ज मेडल दिलाया। 2000: कर्णम मल्लेश्वरी ने वेटलिफ्टिंग में भारत को पहला ब्रॉन्ज मेडल दिलाया।
2004: शूटिंग में राज्यवर्धन सिंह राठौर सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहे।
2008: भारत ने पहली बार तीन मेडल जीते। शूटिंग में अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड, बॉक्सिंग में विजेंदर सिंह और रेसलिंग में सुशील कुमार ने ब्रॉन्ज दिलाया।
2012: लंदन ओलंपिक में भारत के हाथ 6 मेडल लगे। रेसलिंग में सुशील कुमार, शूटिंग में विजय कुमार ने सिल्वर मेडल जीता। बैडमिंटन में साइना नेहवाल, बॉक्सिंग में मैरी कॉम, रेसलिंग में योगेश्वर दत्त ने ब्रॉन्ज जीता।
2016: बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने सिल्वर और रेसलिंग में साक्षी मलिक ने ब्रॉन्ज जीता।
2020: टोक्यो ओलंपिक में भारत ने सर्वाधिक 7 मेडल जीते। जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा गोल्ड जीतने में कामयाब रहे। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू और रेसलर रवि दहिया ने सिल्वर मेडल दिलाया। जबकि बॉक्सर लवलीना, शटलर पीवी सिंधु, रेसलर बजरंग पूनिया ने ब्रॉन्ज मेडल जीते। टीम इवेंट में भारतीय हॉकी टीम ने फिर ब्रॉन्ज मेडल जीता।