-सरेंडर करें नक्सली, वरना शूट कर देंगे: डीजीपी

-डीजीपी ने उग्रवाद प्रभावित इलाके में जगेश्वर बिहार थाना का किया उद्घाटन

RANCHI: फरार नक्सली रिजनल कमेटी सदस्य दुर्योधन महतो उर्फ मिथिलेश सिंह पर ख्भ् लाख का घोषित इनाम बढ़ाकर अब एक करोड़ रुपए कर दिया गया है। दुर्योधन सरेंडर करे या फिर पुलिस की गोली खाने के लिए तैयार हो जाए। ये बातें डीजीपी दिनेश कुमार पांडेय ने कही हैं। वह सोमवार को उग्रवाद प्रभावित बेरमो के ग्राम पंचायत तिलैया के दनिया गांव में जगेश्वर बिहार थाना का उद्घाटन कर रहे थे। मौके पर उन्होंने नक्सलियों को उग्रवाद व हिंसा छोड़ कर विकास का भागीदार बनने की हिदायत दी, वरना मरने के लिए तैयार रहने की बातें कहीं।

बच्चों को पुलिस में भर्ती करें

डीजीपी डीके पांडेय व एडीजी अभियान अनुराग गुप्ता ने ग्रामीणों को अपने बच्चों को पुलिस में भर्ती करने के लिए प्रेरित किया। इसके लिए वे अपने बच्चे-बच्चियों को कम से कम क्0वीं तक पढ़ाई कराएं। बताया कि अब लंबाई कोई समस्या नहीं है। झारखंड में इसे सरल कर दिया गया है। डीजीपी पांडेय ने थाना पोस्ट का निरीक्षण भी किया।

कौन है मिथिलेश सिंह उर्फ दुर्योधन महतो

गौरतलब हो कि रिजनल कमिटी सदस्य मिथिलेश सिंह उर्फ दुर्योधन महतो एके-भ्म् राइफल यूज करता है। वहीं, रिजनल कमिटी सदस्य चंचल मांझी, सैक सदस्य जया मांझी और सेक्शन कमांडर वीरसेन एके-ब्7 का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा संगठन के जोनल कमांडर और सब जोनल कमांडर स्तर के सदस्यों के पास एसएलआर, इंसास व कारबाइन जैसे हथियार हैं। नक्सलियों के लिए चिकित्सक का काम करनेवाले शीतल भी एसएलआर राइफल लेकर चलता है। लालू सिंह ने क्रांतिकारी किसान कमिटी के क्फ् सदस्यों के नाम बताए हैं। इनमें नारी मुक्ति मंच के चार सदस्य, संगठन को सूचना देने वाले पांच लोग व संगठन के लिए लेवी देनेवाले व लेवी वसूलने चार लोग शामिल हैं।