नहीं मिल रहा फायदा
आला अधिकारियों की तरफ से स्टार्ट की गई ऑनलाइन सर्विस किसी के लिए भी फायदेमंद साबित नहीं हो रही है. डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करने के लिए स्कैनर मशीन ही नहीं लगायी गई है. इसके चलते पुलिस को वैरीफिकेशन रिपोर्ट ऑनलाइन भेजने में प्रॉब्लम आ रही है. लिहाजा पुलिस अपनी वैरीफिकेशन रिपोर्ट हैंड टू हैंड या फिर डाक के जरिए पासपोर्ट डिपार्टमेंट को भेज रही है. हालांकि पासपोर्ट डिपार्टमेंट पुलिस को ऑनलाइन ही एप्लीकेंट्स का पूरा ब्यौरा भेज रहा है.

Applicants को problem
इस प्रॉब्लम का असर एप्लीकेंट्स को झेलना पड़ रहा है. जो काम ऑनलाइन सर्विस के जरिए एक या दो दिन में हो सकता है. उसी काम के लिए एप्लीकेंट्स को 6-7 दिन तक वेट करना पड़ रहा है. जबकि डाक के जरिए रिपोर्ट भेजे जाने पर इससे भी अधिक टाइम लगता है.

'कुछ प्रॉब्लम आने पर हैंड टू हैंड रिपोर्ट भेजी जाती है. अभी नई सुविधा है, इसलिए थोड़ी बहुत समस्या आ रही है. इसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा.'

नागेंद्र कुमार चतुर्वेदी, सीओ, एलआईयू