उज्जैन (एएनआई)। नाग पंचमी के अवसर पर पहली बार भक्त आज उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर में ऑनलाइन प्रार्थना और दर्शन करेंगे। पुजारियों ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए ऑनलाइन दर्शन की सुविधा की व्यवस्था की है। मंदिर के एक पुजारी ने कहा इस मंदिर के दरवाजे साल में एक बार खोले जाते हैं। आमतौर पर दुनिया भर से लाखों लोग इस विशेष दि न पर मंदिर में आते लेकिन इस साल कोरोना वायरस के कारण ऐसा संभव नहीं था। पुजारी ने कहा परंपराओं के अनुसार पूजा की गई है और ऑनलाइन दर्शन 24 घंटे के लिए आयोजित किए जा रहे हैं। हमने कोरोना वायरस से छुटकारा पाने और चीजों को फिर से सामान्य करने के लिए प्रार्थना की।


मंदिर के पट एक साल के लिए बंद कर दिए जाएंगे
ऑनलाइन दर्शन के बाद इस मंदिर के पट एक साल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नागचंद्रेश्वर मंदिर में नागपंचमी पर जिस मूर्ति के दर्शन होते हैं, वह 11वीं शताब्दी की परमारकालीन मूर्ति कही जाती है। इसमें शिव-पार्वती के शीश पर छत्र रूप में फन फैलाए नाग देवता के दर्शन होते हैं। लोगों के बीच मान्यता है कि यह मूर्ति नेपाल से यहां लाई गई है। मंदिर के दूसरे भाग में भगवान नागचंद्रेश्वर शिवलिंग रूप में विराजित हैं। वहीं नाग पंचमी को लेकर कहते हैं कि नाग पंचमी को मनुष्यों और प्रकृति के बीच के बंधन को मजबूत करने वाला त्यौहार माना जाता है। इस विशेष दिन पर किसान अपने खेतों की खुदाई या हल नहीं करते हैं।

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