- सरस्वतीपुरम, खरगापुर में एक मकान की दीवार के पास लगा 11 हजार केवीए का ट्रांसफार्मर बना मुसीबत

- डिप्टी सीएम से शिकायत के बाद भी स्थिति जस की तस

LUCKNOW

सरस्वतीपुरम, खरगापुर में रहने वाले चेतन चौरसिया का पूरा परिवार खौफ के साये में जीने को मजबूर है। कोई भी सदस्य घर की बालकनी में नहीं जाता है, क्योंकि वहां दीवार से सटाकर लगा दिया गया है 11 हजार केवीए का ट्रांसफार्मर। बिजली के तारों से बचने के लिए उन्होंने किसी तरह बल्ली की मदद से तारों को दूर किया है। पिछले दो साल से चेतन ट्रांसफार्मर हटवाने के लिए डिप्टी सीएम से लेकर बिजली महकमे के अधिकारियों से शिकायतें कर चुके हैं लेकिन समस्या अभी तक खत्म नहीं की गई।

पहले था भूखंड

फॉस्ट फूड स्टॉल लगाने वाले चेतन ने बताया कि करीब तीन साल पहले उन्होंने मकान बनवाया है। इससे पूर्व यहां पर खाली भूखंड था। उस दौरान ही ट्रांसफार्मर लगवा दिया गया। जब मकान बनवा रहे थे, तभी ट्रांसफॉर्मर शिफ्ट करवाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए थे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

स्थिति बेहद खतरनाक

जिस मकान से सटा ट्रांसफॉर्मर लगा है, उसमें कुल 11 लोग रहते हैं। जिसमे कई बच्चे भी हैं। जैसे ही कोई बच्चा बालकनी में पहुंचता है, सभी इस बात को लेकर टेंशन में आ जाते हैं कि कहीं वो तारों की चपेट में न आ जाए। बारिश में स्थिति तो और भी खराब हो जाती है। चेतन के अनुसार कई बार तो दीवारों में करंट भी आ जाता है।

डिप्टी सीएम का आदेश भी बेअसर

चेतन ने सबसे पहले 20 अगस्त 2017 को तत्कालीन सपा विधायक गोमती यादव से शिकायत की लेकिन कुछ हुआ नहीं। इसके बाद 24 अगस्त को तत्कालीन अधिशासी अभियंता विभूतिखंड से शिकायत की। अधिशासी अभियंता ने उपखंड अधिकारी को मार्क भी किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने 15 सितंबर 2017 को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को पत्र देकर समस्या से अवगत कराया। डिप्टी सीएम ने तत्कालीन अधीक्षण अभियंता को फौरन एक्शन लेने के निर्देश दिए लेकिन उसके बाद भी ट्रांसफार्मर शिफ्ट नहीं हुआ।

टीम आई, खर्चा बता गई

चेतन ने बताया कि एक दो बार महकमे के जेई आए और आकर बोले ट्रांसफॉर्मर शिफ्टिंग में आने वाला खर्च दो से तीन लाख रुपये आपको ही उठाना होगा साथ ही ऐसा स्थान भी बताना होगा, जहां इसे लगाया जाए। चेतन का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। ऐसे में ट्रांसफॉर्मर शिफ्टिंग का खर्च उठाना संभव नहीं है। उनकी मांग है कि यह ट्रांसफर जल्द से जल्द शिफ्ट किया जाना चाहिए।