RANCHI: जेठा कच्छप के जेल जाने के बाद लापुंग, बेड़ो, कर्रा सहित आसपास के अन्य इलाकों में दहशत कायम करनेवाले शमशाद उर्फ मौलवी की हत्या की अफवाह से क्षेत्र में सनसनी है। कर्रा में प्रतिद्वंद्वी गुट के साथ हुई मुठभेड़ में हुई इस हत्या को लेकर कर्रा सहित बेड़ो, लापुंग के इलाकों में चर्चा का माहौल गरम है। इधर, सीआईडी से लेकर स्पेशल ब्रांच तक के अधिकारी मौलवी के मरने की सच्चाई जानने को लेकर बेताब हैं। वहीं, रांची पुलिस और खूंटी पुलिस इस खबर से आश्चर्यचकित है, क्योंकि पुलिस को अब तक मौलवी की बॉडी नहीं मिली है।

जेठा कच्छप का हथियार लेकर चलता है शमशाद उर्फ मौलवी

जानकारी के मुताबिक, शमशाद उर्फ मौलवी जेठा कच्छप के साथ पीएलएफआई ग्रुप में रहता था। जेठा के जेल जाने के बाद शमशाद उर्फ मौलवी ने उसका हथियार अपने पास रख लिया था। कहा जा रहा है कि जेठा का एके-47 भी शमशाद उर्फ मौलवी के पास ही है। यह भी बताया जा रहा है कि शमशाद उर्फ मौलवी फिलहाल अपने गिरोह के अलावा पुलिस से भी बचते फिर रहा है। पुलिस उसकी तलाश में संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है।

मंगल ने कई हत्याकांडों को दिया है अंजाम

रांची पुलिस ने पीएलएफआई उग्रवादी जेठा कच्छप के एक सहयोगी मंगल उरांव उर्फ लकड़ा को गिरफ्तार किया है। उसने जेठा कच्छप के साथ मिल कर कई हत्याकांडों को अंजाम दिया है। मंगल ने जेठा कच्छप केसाथ मिल कर एसपीओ भूषण सिंह, चुटिया थाना के निकट विजेंद्र सिंह और 2006 में इटकी के लापुंग गांव में जलेश्वर महतो की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

छह महीने से जेल में है जेठा कच्छप

पांच अगस्त, 2014 को पीएलएफआई सुप्रीमो जेठा कच्छप को पुलिस ने दिनेश गोप के इशारे पर मेयर आशा लकड़ा के पति राजेंद्र धान समेत 12 लोगों की हत्या के आरोप में पकड़ा था। पुलिस को जानकारी मिली थी कि जेठा कच्छप, शमशाद उर्फ मौलवी, राजकमल, दिनेश साहू, बैलून, झुबलू, दिलेश्वर उर्फ राजेश्वर गोप के नेतृत्व में पीएलएफआई के तकरीबन 10-12 की संख्या में सशस्त्र सक्रिय उग्रवादी तुपुदाना क्षेत्र के चोटेंगा गांव के ईट भट्ठे के पास एकत्रित होकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं। इसके बाद पुलिस की गठित टीम ने घेराबंदी कर जेठा कच्छप को गिरफ्तार कर लिया।