- अवैध ढंग से नजूल की जमीन पर कब्जा जमाए कब्जेदारों के खिलाफ जारी ही कार्रवाई

-नजूल की जमीन पर सिटी के पटरी व्यवसायियों को दिया जाएगा जगह

GORAKHPUR: सिटी को जाम के झाम से मुक्त करने की कवायद डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से शुरू कर दी गई है। डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की मानें तो सिटी का एंट्री प्वाइंट हो या फिर प्रमुख चौराहे इन सभी जगहों पर जाम की मुख्य वजह पटरी व्यवसायी हैं। सड़क किनारे पटरी व्यवसासियों की दुकानें लगने से सड़क पर जाम लगता है। ऐसे में इन पटरी व्यवसायियों को दूसरे जगह स्थापित कर रोजी रोटी से जोड़ने की कवायद डीएम की तरफ से शुरू कर दी गई है।

ताकि सड़क किनारे न लगा सकें दुकान

डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि सिटी में लगने वाले जाम की मुख्य वजह पटरी व्यवसायी हैं। इन व्यवसायियों को हटाने के बजाय इन्हें रोजी रोटी के लिए इन्हें जगह दिया जाएगा। इसके लिए नजूल की जमीन पर अवैध ढंग से कब्जा जमाए लोगों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया गया है। सिटी में इंटर करने पर टीपी नगर एरिया में लगने वाले जाम की मुख्य वजह दोनों साइड में लगे फलों के पटरी व्यवसायी हैं। इन्हें टीपी नगर चौकी के पास खाली जमीन के पास विस्थापित कराया जाएगा। जहां पर वह अपना दुकान लगा सकेंगे। इसके अलावा सिविल लाइंस एरिया नजूल की जमीन पर पटरी व्यवसायियों को स्थापित किया जाएगा। जहां पर वह अपनी दुकान लगा सकेंगे। जगह देने के बाद अगर कोई पटरी व्यवसायी सड़क किनारे दुकान लगाते पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यहां तक की नगर निगम द्वारा जारी किए गए लाइसेंस भी रद्द कर दिए जाएंगे। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है।

नजूल की जमीन की शुरू हो गई खोजबीन

डीएम ने बताया कि सिटी में जितनी भी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा है। खासतौर से नजूल की जमीन पर कब्जा जमाने वाले कब्जेधारियों से खाली कराया जाएगा। यही नहीं कब्जेधारियों के खिलाफ कार्रवाई भी जा जाएगी। गोरखपुर जिले के 9 तहसीलों में सबसे ज्यादा नजूल की जमीन सदर तहसील में है। करीब 155 से उपर नजूल की जमीन हैं। इनमें से सबसे ज्यादा जमीन गोलघर, घोषकंपनी समेत सिविल लाइंस, कूड़ाघाट आदि एरिया में है। जिस जहां अवैध कब्जा है। इसके लिए डीएम ने नजूल बाबू से रिपोर्ट मांगी है। सदर एसडीएम की मदद से इन सभी जमीनों को खाली कराए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है।

इन चौराहों पर लगते हैं सबसे ज्यादा जाम

- मोहद्दीपुर चौराहा

- रूस्तमपुर चौराहा

- ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा

- कूड़ाघाट चौराहा

- पैड़लेगंज

- असूरन चौराहा

- खंजाची चौराहा

- जटाशंकर चौराहा

वर्जन

सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए कब्जेधारियों से खाली कराए जाने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। इन जगहों को रिक्वायरमेंट के हिसाब से पार्किग व पटरी व्यवसायियों को विस्थापित किया जाएगा।

के विजयेंद्र पांडियन, डीएम