- हर वर्ग ने किया कमिश्नर के तबादले का विरोध

- कहा अच्छा काम करना गुनाह तो नहीं, कमिश्नर चला रहे थे कैंपेन

<- हर वर्ग ने किया कमिश्नर के तबादले का विरोध

- कहा अच्छा काम करना गुनाह तो नहीं, कमिश्नर चला रहे थे कैंपेन

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: शहर में स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने में जुटे कमिश्नर बादल चटर्जी को हटाया जाना सबको अखर गया। सैटरडे को हर वर्ग ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया। साथ ही कमिश्नर का तबादला निरस्त किए जाने की मांग की। लोगों ने इसे डॉक्टरों पर चलाए जा रहे अभियान का रिफलेक्शन बताते हुए सरकार द्वारा उठाया गया गलत कदम बताया। लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध भी किया।

डॉक्टरों को किया बेनकाब

कमिश्नर के तबादले का विरोध करते हुए बंगाली सोशल एंड वेलफेयर एसोसिएशन कीडगंज में बैठक की। संघ के अध्यक्ष सहदेव मुखर्जी ने कहा कि कमिश्नर चटर्जी ने प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टरों के विरुद्ध अभियान चलाकर उनको बेनकाब किया। सचिव शैवाल सिन्हा ने कहा कि कमिश्नर का तबादला नहीं रुका तो बंग समाज सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगा। इसी तरह बंगाली सोशल एंड कल्चरल एसोसिएशन के सचिव शंकर चटर्जी ने कहा कि कमिश्नर शहर के सौंदर्यीकरण के लिए प्रयासरत थे। उनका तबादला रुकना चाहिए।

फूंका सीएम का पुतला

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ भवन पर कांग्रेसी छात्रनेताओं ने सीएम अखिलेश यादव का पुतला फूंका। कहा कि कमिश्नर इलाहाबाद मंडल की स्वास्थ्य, शिक्षा सुधारने की पुरजोर कोशिश कर रहे थे। यह तबादला अनुचित है। प्रदर्शन में विजय मिश्रा, श्रीचंद्र दुबे, हशीब अहमद, सुशील भारतीय, रामकृष्ण द्विवेदी आदि शामिल रहे। उधर जनवादी छात्रसभा ने प्रदेश सचिव नीरज पासी के नेतृत्व में सिविल लाइंस सुभाष चौराहे पर सीएम का पुतला फूंका। इस दौरान इलाज के नाम पर लूट बंद करो, कमिश्नर का तबादला रदद करो, दवा माफियाओं को संरक्षण देना बंद करो आदि नारे भी लगाए गए। कमिश्नर का तबादला वापस नहीं होने पर अनशन करने की चेतावनी दी। वहीं जनता दल यूनाइटेड के मीडिया प्रभारी सै। अरशद अली ने चिकित्सा माफियाओं के दबाव में कमिश्नर का तबादला करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन की चेतावनी दी।

पक्ष में आए कर्मचारी

उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ मंडल इलाहाबाद के पदाधिकारियों ने भी बादल चटर्जी के अचानक हुए तबादले पर नाराजगी व्यक्त की। आरोप लगाया कि ईमानदार व कर्मठ आफिसर का तबादला बेईमानों के इशारे पर किया गया है। वह भी उस समय जब उनकी सेवानिवृत्ति को महज छह माह शेष हैं। बैठक में मंडल अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष अश्वनी कुमार, जिलाध्यक्ष नागेश्वर गिरि, मंत्री कड़ेदीन यादव, जय सिंह आदि मौजूद रहे। इसी तरह उत्तर प्रदेश कलेक्ट्रेट मिनिस्टीरयल कर्मचारी संघ और मालवीय नगर पार्षद विद्या द्विवेदी के आवास पर बैठक कर कमिश्नर के तबादले की निंदा की गई।

वकीलों ने किया विरोध

सिविल लाइंस कैट प्रांगण में अधिवक्ताओं ने एक सभा कर विरोध जाहिर किया। अधिवक्ता जितेंद्र नायक ने सरकार के निर्णय की आलोचना और कहा कि कमिश्नर जनहित में काम कर रहे थे। इस मामले में अधिवक्ता अपना विरोध सोमवार को सिविल लाइंस में दर्ज कराएंगे। संचालन कर रहे आनंद उपाध्याय ने बादल चटर्जी के स्थानांतरण को साजिश करार दिया। जिसमें माफिया, डॉक्टर, रियल स्टेट मालिक और राजनेता शामिल हैं।

अनशन पर बैठेंगे हाईकोर्ट के वकील

मामले को लेकर हाईकोर्ट के वकीलों की आकस्मिक बैठक लाइब्रेरी हाल में संघ के कोषाध्यक्ष राजीव शुक्ला की अध्यक्षता में हुई। जिसमें बादल चटर्जी के तबादले पर सर्वसम्मति से प्रदेश सरकार के फैसले की निंदा की गई। बैठक में सोमवार को कमिश्नर के स्थानांतरण के विरोध में अंबेडकर मूर्ति पर अनशन पर बैठने का निर्णय लिया गया। मांग नहीं मानी गई तो राजीव शुक्ला आमरण अनशन पर बैठेंगे।