वैक्सीनेशन के लिए पपी का हेल्दी होना जरूरी है. अगर उसे कोई इंफेक्शन या बीमारी हुई है तो उस समय पपी को वैक्सीनेशन ना दें. पपी जब पूरी तरह से हेल्दी हो जाए तभी वैक्सीनेशन दें.
New born puppy
न्यू बॉर्न पपी में वॉर्म उसकी मदर के थ्रू पहुंचते हैं. इसलिए पपी के पैदा होने के 15 दिन के अंदर उसकी डीवॉर्मिंग जरूरी है. डीवॉर्मिंग के बाद ही वैक्सीनेशन शुरू करें. अगर पपी हेल्दी है और जिस एज में उसकी डीवॉर्मिंग होनी है उस एज में नहीं हो पाई है तो आप उसे सीधे वैक्सीनेशन देना भी शुरू कर सकते हैं.
First vaccination
फस्र्ट वैक्सीनेशन पपी को फोर वीक्स पर दिया जाता है. इस वैक्सीनेशन को ‘पपी डिपी’ कहते हैं. इसमें डिस्टैम्पर, पारवो वैक्सीनेशन दी जाती है. पपी डिपी के साथ पपी को कोरोना वैक्सीनेशन भी कराना जरूरी है क्योंकि कोरोना डिसीज डॉगी से आपको भी हो सकती है. अगर आप श्योर हैं कि पपी की मदर प्रॉपर्ली वैक्सीनेटेड थी तो फस्र्ट मंथ में इस वैक्सीनेशन को विंटर तक अवॉयड भी किया जा सकता है. इस कंडीशन में फस्र्ट वैक्सीनेशन सेकेंड मंथ पर लगेगी. इसे सेवन इन वन कहते हैं. इसमें डिस्टैम्पर, कारवो, पैराएंफ्लूएंजा, हेपेटाइटिस और इलेक्ट्रोस्पाइरा वैक्सीनेशन भी दी जाती है.
Protection against rabies
जब आपका पपी 3 महीने का हो जाए तो उसे रेबीज का पहला इंजेक्शन दें. फिर 15 दिन बाद बूस्टर इंजेक्शन लगवाएं. इससे दो बार इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ेगी. वैक्सिनेशन एनुअली रिपीट करें.
-डॉ. कुलदीप गौतम
वेटेरिनेरियन, कानपुर