नई दिल्ली (आईएएनएस)। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने सरकार को कोरोना वायरस टीकों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने को लेकर नाराजगी जाहिर की। कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा कि लोग जीवन खो सकते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) का कर संग्रह नहीं खोना चाहिए। इस दाैरान उन्होंने जीएसटी के हैश टैग का भी इस्तेमाल किया। राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस शासित कई राज्यों ने कोविड के टीकों पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने पर सवाल उठाए। कोविड के टीकों पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगने से राज्य सरकारों को केंद्र सरकार को प्रति खुराक 15-20 रुपये अतिरिक्त देने होंगे।


कोविड के टीकों पर जीएसटी की माफी के लिए लिखा
राजस्थान और छत्तीसगढ़ सरकारों ने भारत में निर्मित कोविड टीकों पर जीएसटी संग्रह के कदम का विरोध किया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कोविड के टीकों पर जीएसटी की माफी के लिए लिखा है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि उनकी सरकार के पास स्पष्ट और सुसंगत कोविड टीकाकरण की रणनीति है। इसके साथ ही समय से पहले सरकार ने उस समय इस पर विजय की घोषणा कर दी थी जब यह देश में फैल रहा था।


ईंधन की कीमतों में वृद्धि पर भी सरकार को फटकार लगाई
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि आज यह बीमारी विस्फोटक रूप से बढ़ रही है और भारत में हालात गंभीर हैं। उन्होंने ईंधन की कीमतों में वृद्धि पर भी सरकार को फटकार लगाई। राहुल ने कहा कि देशवासियों को बचाने के लिए बड़े स्तर पर वैक्सीन, सही आंकड़ों व नए कोरोना स्ट्रेन का विश्लेषण व कमजो र वर्गों को आर्थिक सहायता देना जरूरी है। दुर्भाग्य से केंद्र सरकार साबित करती जा रही है कि ये उनसे ना हो पाएगा।

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