क्योंकि कुछ चीजें जरूरी होती हैं

टेक्नोलॉजी की रफ्तार से कदमताल न कर पाने के कारण भले ही बीएसएनएल ने इस सर्विस को बंद कर दिया हो, लेकिन बंद होने के बाद इसकी जरूरत का एहसास हुआ है. सर्विस बंद होने के बाद हजारों की तादाद में रिक्वेस्ट इसे शुरू करने के लिएपीएम, संचार मंत्री के पास पहुंच चुकी है. पब्लिक की यह इच्छा अब बीएसएनएल की यूनियन को भी जेन्यूइन लगी है. दो मेन रीजन इस डिमांड के पीछे हैं. एक तो पब्लिक का अटैचमेंट और दूसरा वैलिड पू्रफ के तौर पर इसकी काट अब भी नहीं है. यही कारण था कि आर्मी, कारपोरेट बैंक सहित डिफरेंट इंस्टीट्यूशन द्वारा इसका इस्तेमाल किया जाता था.

दिल्ली में हुई मीटिंग में उठा मुद्दा

पिछले दिनों सभी यूनियन के हेड्स ने टेलीकॉम मिनिस्टर से मिलकर यह डिमांड रखी थी. यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि टेलीग्राम को दोबारा शुरू करने की डिमांड पर सभी एकमत थे. उनका कहना था कि टेलीग्राम एक हेरिटेज सर्विस की तरह था, जिसे बंद करना ठीक नहीं है. संचार मंत्री के साथ ही पीएम से भी यूनियन ने इसकी रिक्वेस्ट कर डाली है.

जल्द मिलने की आसार

मीटिंग में भाग लेकर इलाहाबाद लौटे यूनियन के सर्किल सेक्रेटरी ईस्ट संत कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के जयप्रकाश ने बताया कि गवर्नमेंट द्वारा इस डिमांड पर पॉजिटिव रुख अपनाया गया है. उन्होंने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही इस सर्विस को दोबारा शुरू किया जा सकता है. हां, टेलीग्राम की स्पीड जरूर कुछ धीमी हो सकती है. सर्विस को शुरू करने पर खर्चा ज्यादा न हो, इसके लिए कुछ चेंज किए गए जाएंगे. इसमें एक यह भी होगा कि जिले में टेलीग्राम का एक ही ऑफिस होगा.

कुछ ऐसा होगा नए टेलीग्राम का स्वरूप  
एक जिले में एक ही टेलीग्राम ऑफिस होगा.
पहले टेलीग्राम की एक सिटी में कई पोस्ट ऑफिस में ब्रांच होती थी, इसे खत्म कर दिया जाएगा.
टेलीग्राम की स्पीड में तो फर्क पड़ेगा, लेकिन सर्विस लोगों को मिलती रहेगी.
टेलीग्राम कानूनी तौर पर सबसे वैलिड डाक्यूमेंट माना जाता है, ऐसे में पब्लिक को राहत मिलेगी.
इसके चार्ज को भी थोड़ा सा बढ़ाया जाएगा, ताकि इस पर होने वाला खर्चा आसानी निकल पाए.


उम्मीद है कि टेलीग्राम की सर्विस जल्दी शुरू हो जाएगी. यूनियन की डिमांड के बाद गवर्नमेंट ने पॉजिटिव रिस्पांस दिया है. यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया है कि इस पर सहमति बन चुकी है. बहुत संभव है कि जल्द ही सर्कुलर जारी कर दिया जाए.
संत कुमार,
सर्किल सेक्रेटरी, यूपी ईस्ट, नेशनल यूनियन ऑफ बीएसएनएल वर्कर्स