- एमआईजी सहित कंकड़बाग के दर्जनों एरिया की दिखाई सूरत

- हाउसिंग बोर्ड में बन रहे नाले की भी की कंप्लेन

- हाईकोर्ट के आदेश पर जोगीपुर संप हाउस पहुंचे थे कमिश्नर और एडवोकेट

- जांच के पूरे दस्तावेज दोनों तरफ से किए जाएंगे पेश

PATNA : जलजमाव के मसले पर जोगीपुर संप हाउस के पास सुबह सात बजे निगम कमिश्नर के साथ-साथ पीआईएल करने वाले एडवोकेट की टीम पहुंच चुकी थी। कमिश्नर के पहुंचने के साथ ही टीम ने उन पर आरोप की बौछार लगा दी और जोगीपुर संप हाउस से रिलेटेड जगहों पर चलने के लिए कहा, इस दौरान एडवोकेट के गुटों में थोड़ी तू-तू मैं-मैं हुई लेकिन आखिरकार हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए निगम कमिश्नर हर जगह गए। वहां की प्राब्लम को सुना और उसे दूर करने का फौरन आदेश दिया। एडवोकेट की टीम उन्हें हनुमान नगर एमआईजी ले गयी, जहां दर्जनों नाले चॉक थे। इसको देखने के साथ ही निगम कमिश्नर और टीम उन्हें आगे ले गयी और हाउसिंग बोर्ड के बन रहे नाले को भी दिखाया। इस पर कमिश्नर ने उन्हें कहा कि वो उनके एरिया और हाथ में नहीं है। इसलिए वो कुछ खास नहीं कर सकते हैं। अगर कंप्लेन आती है या फिर अंडर टेकिंग में आता है तो इस पर कार्रवाई की जा सकती है।

नाला का पानी संप हाउस तक नहीं पहुंच रहा

एडवोकेट की टीम के साथ निगम कमिश्नर और उनके ऑफिसर्स की टीम ने कंकड़बाग, हाउसिंग कॉलोनी सहित कई एरिया के नालों का जायजा लिया और उसके पानी को संप हाउस तक पहुंचाने के लिए कई निर्देश भी दिए। जानकारी हो कि जलजमाव को लेकर पटना हाईकोर्ट में पीआईएल दायर किया गया। इसमें एक्सपर्ट टीम ने हाईकोर्ट को बताया कि कई एरिया के नालों का पानी पूरी तरह से चॉक कर गया है। इस वजह से परेशानी बढ़ रही है। इसके बाद हाईकोर्ट के डेलिगेट्स, एडवोकेट पैनल के साथ निगम के ऑफिसर ने ग्राउंड रियलिटी की जांच की।