वाइन में टोस्ट या ब्रेड डाल कर करते थे स्वाद चेंज

टोस्ट करने का यह भाव उस समय नहीं आया जब लोग अपनी वाइन में स्वाद न होने के चलते टोस्ट डाल कर उसका स्वाद बदल कर उसे पिया करते थे। यह एलीजाबेथ के समय से अपनी वाइन के टेस्ट को सुधारने के लिए था। यह ब्रेड के टेस्ट को वाइन के टेस्ट के साथ मिला कर स्वाद में हल्की वाइन को पीने लायक बना देता है।

कहते हैं टोस्ट करने से बुरी आत्माएं दूर भागती हैं

एक समय जब शेक्सपियर अपनी पत्नी मीरा से कहते थे जाओ मेरी बोरी में से लेकर आओ फिर टोस्ट करो। पीने से पहले वाइन के ग्लास टकराने के कुछ अलग थ्यूरी हैं। यूरोपियन्स का मानना है कि वह जब वाइन को ग्लास में भर के टकराते हैं तो इससे बुरी आत्माएं दूर भागती हैं। एक और थ्यूरी की माने तो टोस्ट करने का अर्थ होता था कि आप की वाइन में जहर नहीं मिला है।

धार्मिक उत्सवों में टोस्ट करना बन चुकी है प्रथा

टोस्ट और ग्लास टकराने के पीछे की थ्यूरी पर कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं। ऐसा माना जाता है कि लोग पीने से पहले अपने ग्लासों को टकराने को इंज्वाय किया करते थे जिसके बाद यह एक प्रथा में तब्दील हो गई। यह इस बात का भी प्रमाण है कि आप ने अगर किसी अंजान व्यक्ति से साथ वाइन के ग्लास के साथ टोस्ट या चियर्स किया तो इसका मतलब होता था कि अब वह दोस्त बन गए हैं। ग्लासों को फिजिकली टच कराना धार्मिक उत्सवों में एक प्रथा बन चुकी थी।

एक दूसरे को शुभकामनाएं देने के लिए करते हैं टोस्ट

बहुत से देशों में टोस्ट करने का अर्थ होता है कि वह एक दूसरे को अपनी शुभकामनाएं दे रहे हैं। चियर्स एक पुराना फ्रेंच शब्द है। जिसका अर्थ होता था लुक एक्सप्रेशंस फेस काउंटनेस। 18वीं शताब्दी के बाद टोस्ट का अर्थ ग्लेडनेस और बहादुरी को उत्साहित करना हो गया। यह कहा से आया यह तो नहीं पता पर ज्यादा तर लोग इसके लिए फ्रेंच को दोष देते हैं।

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