आगरा। एत्माद्दौला क्षेत्र में एक हास्पिटल संचालक से ठगी की कोशिश में दो शातिरों के जेल जाने के बाद अब नया मामला सामने आया है। एक अन्य हास्पिटल संचालक ने पुलिस से शिकायत की है। उनका कहना है कि शातिरों ने 15 बीमा कंपनियों के कैशलैस इलाज के पैनल में शामिल कराने का झांसा देकर उनसे 7.43 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस शातिरों के मोबाइल नंबरों के आधार पर उनकी जानकारी कर रही है।

दो लोग पहुंचे

एत्माद्दौला के का¨लदी विहार निवासी डॉ। ओमप्रकाश राजपूत का का¨लदी विहार में ही वेलफेयर नाम से हॉस्पिटल है। दो अगस्त को उनके हॉस्पिटल में दो लोग आए। उन्होंने अपने नाम गगनदीप और राजेश कुमार बताए। गगनदीप ने अपना विजि¨टग कार्ड दिया और खुद को मेडिकल पैनल कंसल्टेंट बताया। उसने कहा कि हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों के पैनल में वे अस्पतालों का नाम रखते हैं।

पैनल में जुड़ने को दिया चेक

इसके बाद उस हास्पिटल में बीमित व्यक्तियों का इलाज किया जाता है। उन्होंने एक कंपनी के पैनल में शामिल होने का खर्च 50 हजार बताते हुए 15 कंपनियों के पैनल में शामिल होने का खर्च 7.5 लाख रुपये बताया। हास्पिटल के पंजीकरण व अन्य प्रमाण पत्र लेने के साथ ही संचालक के आधार कार्ड और पेन कार्ड की फोटो कापी भी ले गए। सात अगस्त को दोनों युवकों को डॉ। ओपी सिंह ने 3.75 लाख रुपये का चेक दे दिया। शेष रकम पैनल में जुड़ने के बाद देने की बात कही। कुछ दिन बाद शातिरों ने फोन कर जानकारी दी कि हास्पिटल का नाम पैनल में शामिल हो गया है। वह हास्पिटल संचालक से 3.68 लाख रुपये और ले गए। बाद में 60 हजार रुपये की और मांग करने लगे।

दो महीने सूची अपडेट होने का आश्वासन

दो माह में पैनल की सूची अपडेट होने का आश्वासन दिया गया। इसलिए डा। ओपी सिंह इंतजार कर रहे थे। इसके बाद भी पैनल में नाम नहीं आया तो उन्होंने बीमा कंपनियों से संपर्क किया। तब पता चला कि वे किसी के पैनल में शामिल नहीं हुए हैं। शुक्रवार को हास्पिटल संचालक ने इसकी शिकायत सीओ छत्ता से की। सीओ छत्ता राजीव कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।