आगरा(ब्यूरो)। बल्कि घर बैठे ही मोबाइल या कंप्यूटर पर एक क्लिक से ये जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) नोएडा विकास प्राधिकरण की तरह ई-ऑफिस बनवाएगा। यहां पब्लिक डोमेन से जुड़ी जानकारी के साथ एडीए की सभी संपत्तियों की जानकारी इस पर अवेलेबल होगी।

पायलट प्रोजेक्ट के रूप में होगी शुरूआत
एडीए द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी (सीएसआर) में सॉफ्टवेयर तैयार कराया जा रहा है। एडीए प्राइवेट बैंक के सहयोग से सॉफ्टवेयर बनवा रहा है। इसमें ताजनगरी फेज-1 व फेज-2, जवाहरपुरम, कालिंदी, विहार, केदार नगर, शास्त्रीपुरम समेत विभिन्न योजनाओं की 75 परसेंट से अधिक प्रॉपर्टी की डिटेल को ऑनलाइन फीड किया जा चुका है। पोर्टल का कार्य दिसंबर में पूरा किया जाना था। लेकिन अब इसे जनवरी तक पूरा करने का टारगेट रखा गया है।

संपत्तियों का नहीं होगा फर्जीवाड़ा
एडीए की प्रॉपर्टीज का ऑनलाइन रिकॉर्ड तैयार होने के बाद संपत्तियों का फर्जीवाड़ा भी नहीं हो सकेगा। एडीए से कई संपत्तियों की फाइल गायब होने का मामला सामने आ चुका है। कई बार आवंटियों के साथ भी फर्जीवाड़े के केस हो चुके हैं। ऐसे में प्रॉपर्टी की डिटेल ऑनलाइन होने से इस तरह के मामलों पर अंकुश लग सकेगा।

ये होगा लाभ
- एडीए की विभिन्न योजनाओं में प्रॉपर्टीज को लेकर ट्रांसपेरेंसी आएगी। कहां किस योजना में कितनी प्रॉपर्टीज बिक्री के लिए अवेलेबल हैं, ये पता लग सकेगा।
- लोगों को एडीए ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने होंगे।
- आसानी से जानकारी होने पर एडीए प्रॉपर्टीज की ओर लोग आकर्षित होंगे।


सॉफ्टवेयर तैयार कराया जा रहा है। 75 परसेंट से अधिक प्राधिकरण की संपत्तियों का फीडिंग का कार्य पूरा हो चुका है।
चर्चित गौड़, उपाध्यक्ष, आगरा विकास प्राधिकरण