- रिजल्ट घोषित होने के बाद से विरोध कर रहे थे स्टूडेंट्स लीडर

- एक ही पेपर में अस्सी फीसदी विद्यार्थियों को किया गया था फेल

आगरा। डॉ। भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से जुड़े विधि छात्रों के लिए बुरी खबर है। 2015-16 सत्र के तहत अध्ययनरत एलएलबी के छात्र-छात्राओं की उत्तरपुस्तिकाओं का पुन: मूल्यांकन की मांग को सिरे से खारिज कर दिया गया है। शनिवार को कार्यसमिति की बैठक में ये अहम निर्णय लिया गया है। इस फैसले से तकरीबन 80 फीसद छात्र-छात्राओं को असर पड़ेगा।

आश्वासन मिला, पर नतीजा सिफर

कुलपति एम मुज्जमिल की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रभारी रजिस्ट्रार केएन सिंह के साथ अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में वर्तमान समस्याओं पवर विचार किया गया। पिछले कई महीने से एलएलबी स्टूडेंट्स द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं के पुन: मूल्यांकन की मांग की जा रही है। इस संबंध में विवि अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन करने वाले एलएलबी के छात्रों को पुन: मूल्यांकन का आश्वासन दिया था। कार्य परिषद की बैठक में इस विषय पर अंतिम निर्णय लेते हुए इसे नकार दिया।

एलएलबी के सैकड़ों छात्र मायूस

विवि की इस बैठक में एलएलबी के पुन: मूल्यांकन पर रोक लगा दी गई है। इससे विवि के सैकड़ों विद्यार्थियों को मायूसी मिली है। पुन: मूल्याकंन के लिए विभिन्न छात्र संगठनों ने विवि परिसर में आंदोलन कर अपनी आवाज को बुलंद किया था, इस संबंध में तीन छात्रों के खिलाफ थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज कराया था।

टीचरों का बढ़ा सेवा विस्तार

खंदारी स्थित बैठक में विवि में कार्यरत तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का सेवा विस्तार छह महीने बढ़ा दिया गया। इस संबंध में कई कार्यकाल बढ़ाने की मांग की जा रही थी। इसके अलावा रिजल्ट घोषित करने पर भी तेजी से कार्य किया जा रहा है। शीघ्र ही सभी विषयों का परिणाम जारी कर दिया जाएगा।