- स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 के तहत केंद्रीय मंत्रालय के दो सदस्य पहुंचे

- कुबेरपुर और शहर की सफाई व्यवस्था का लिया जायजा

आगरा। स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 की रैंकिंग के लिए शहर की परीक्षा बुधवार से शुरू हो गई। अगले दो दिनों तक कई बिंदुओं पर साफ-सफाई का जायजा लिया जाएगा। इसमें मिले अंक पर ही 500 शहरों में आगरा का स्थान तय होगा।

केंद्रीय मंत्रालय की दो सदस्यीय टीम नगर निगम पहुंची। दोनों सदस्यों ने दो टीमों में बंटकर क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान एक टीम ने कुबेरपुर के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत लैंडफिलिंग और वेस्ट टू इनर्जी प्लांट के लिए चयनित स्थल का जायजा लिया। वहीं कागजी तैयारी का भी परीक्षण किया। इस टीम ने छह स्थानों के ओडीएफ (खुले में शौचालय मुक्त) भी देखे। वहीं दूसरी टीम शहर की साफ-सफाई व्यवस्था देखने के लिए वार्ड में निकल गई। इस बीच आधा दर्जन से अधिक वार्डो की साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस बीच लोगों से फीडबैक भी लिया गया।

लैंडफिलिंग पर संतुष्ट नजर आए

पहली टीम में अधिकारी मीतेंद्र के साथ नगर निगम के रविशेखर और सुदेश यादव की ड्यूटी लगाई गई। मीतेंद्र ने सबसे पहले कुबेरपुर के खत्ताघर का दौरा किया। उन्होंने कचरा डंपिंग एरिया का निरीक्षण किया। इस बीच वेस्ट टू इनर्जी प्लांट की भी जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि पहले सिर्फ कंपोज्ड प्लांट लगा था। अब कचरा से बिजली उत्पादन का काम किया जाएगा। इस टीम ने लंगड़ा की चौकी सहित छह स्थानों पर ओडीएफ का भी निरीक्षण किया। यहां की फोटो लेकर तत्काल अपडेट किया गया।

वार्डो की देखी साफ-सफाई

दूसरी टीम आलोक रंजन के नेतृत्व में महेंद्र सिंह के साथ निकली। इसमें कनेशनगर, मोतीनगर, बापूनगर, गिहारा बस्ती, संजय प्लेस, नगलामोहन, जोगीपाड़ा, शाहगंज और सतनाम नगर का दौरा किया। इस दौरान घरों और व्यवसायिक स्थलों की सफाई व्यवस्था का बारीकी से जेांच की। वहीं सफाई को लेकर फीडबैक भी लिया गया। निगम अधिकारियों की मानें तो एक भी व्यक्ति ने सफाई को लेकर शिकायत नहीं की।