- गांव से लेकर कॉलेज तक थी दोनों के प्रेम संबंधों की चर्चा

- खुदकशी के बाद परिजन और ग्रामीणों ने साधी चुप्पी

आगरा: सैंया के बिरहरू में भानु और पुष्पा की प्रेम कहानी कई सालों से चर्चा में थी। परिजनों के विरोध के बाद भी दोनों की नजदीकियां बढ़ रही थी। दो साल पहले रिश्ते की दीवार बनाकर दोनों को अलग करने की कोशिश की गई तो उन्होंने घर छोड़ दिया।

युवती के पिता की हो चुकी है मौत

पुष्पा और भानु के पिता ट्रक चालक थे। पुष्पा के पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई। तीन बहनों में से दो की शादी हो चुकी थी। विषम परिस्थितियों में भी मां ने उसे बीएससी तक पढ़ाया। वहीं भानु भी उसके साथ बचपन से ही पढ़ा था। उसी क्लास में था। दोनों की मां एक ही गांव की थी, इसलिए बहन का रिश्ता मानती थीं। दो साल पहले रिश्तों के जगजाहिर होने पर सख्ती कर दी गई। इसके बाद दोनों परिजनों से बगावत कर घर छोड़कर चले गए। काफी तलाश की गई। तब जाकर वे 15 दिन बाद घर लौटे। इसके बाद दोनों के रिश्ते पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गए। अब परिजन उनकी अलग-अलग शादी करने की तैयारी कर रहे थे। अलग होना उन्हें मंजूर नहीं था। इसलिए साथ जान दे दी। उनकी मौत के बाद परिवार वाले और ग्रामीण इस पर चुप्पी साधे हैं। कोई भी उनके रिश्ते पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

तीन घंटे साथ बिताने के बाद दी जान

भानु और पुष्पा घर से रात करीब एक बजे बाइक से निकले थे। सुबह चार बजे लहचोरा गांव के एक युवक ने उन्हें रेलवे ट्रैक के पास खड़े देखा था। उनकी बाइक ट्रैक के पास खड़ी थी। युवक दूध लेने दूसरे गांव में जा रहा था, रुककर उनकी ओर देखने के बाद वह चला गया। दो घंटे बाद जब वह लौटकर आया, तो उनके क्षत-विक्षत शव वहां पड़े थे। माना जा रहा है कि घर से निकलने के बाद वे तीन घंटे साथ रहे। इसी समय में उन्होंने साथ मरने की सोची और पहुंच गए रेलवे ट्रैक पर।

ट्रैक पर मोबाइल भी टूटा

भानु के पास एक मोबाइल था। ट्रेन के आगे छलांग लगाने से पहले वह उसकी जेब में रखा होगा। ट्रेन की चपेट में आकर वह भी टूट गया। सोमवार को सुबह भानु का टूटा मोबाइल पुलिस को मिला।