आगरा। नौ दिन तक माता की आराधना करने के बाद दशहरे पर शहरभर के श्रद्धालु यमुना के तीन घाटों पर पहुंचे और माता की प्रतिमाएं विसर्जित की। सिकंदरा स्थित कैलाश मंदिर पर बनाए गए कुंड के चारों ओर बैरिकेङ्क्षडग की गई थी। कुंड लगभग 20 फीट गहरा था, इसलिए श्रद्धालुओं को स्वयं जाकर प्रतिमा विसर्जन की अनुमति नहीं थी। उन्होंने अपनी प्रतिमा बैरिकेङ्क्षडग पर तैनात स्थानीय गोताखोर युवकों को दी और विसर्जित कराई। यह क्रम सुबह नौ बजे से शुरू हो गया, जो देर शाम तक चलता रहा। यहां लगभग 350 प्रतिमाएं विसर्जित हुईं। हाथीघाट पर नगर निगम ने विसर्जन के लिए दो कुंड बनाए थे।

थिरकती हुई पहुंची भक्तों की टोली
श्रद्धालुओं की सर्वाधिक भीड़ यहीं रही। दोपहर में तो हर ओर से माता के जयकारे ही गूंज रहे थे। श्रद्धालुओं ने माता की प्रतिमा को अपने कंधों पर सवार किया और उसके बाद जयकारे लगाते हुए कुंड में विसर्जित कराया। यहां बने दोनों कुंडों पर लगभग 700 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। बल्केश्वर रोड स्थित यमुना तट पर श्रद्धालु मां की प्रतिमा वाहनों पर लेकर पहुंच रहे थे। भक्ति गीतों पर युवाओं की टोली झूम रही थी। परिवार के अन्य सदस्य भी विसर्जन यात्रा में एक-दूसरे पर अबीर गुलाल उड़ा रहे थे। यमुना तट पहुंचने पर माता के जयकारे लगाते हुए पहले माता की अंतिम पूजा की गई और फिर विधि-विधान से प्रतिमा का विसर्जन किया गया। कुंड पर पुलिस और पीएसी के जवान तैनात थे। यहां लगभग 300 प्रतिमाएं विसर्जित की गईं।

जाम के रहे हालात
विसर्जन को यमुना घाटों पर पहुंचे श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण यमुना किनारा, बल्केश्वर और सिकंदरा, कैलाश रोड पर जाम के हालात रहे। वाटरवक्र्स चौराहा से हाथी घाट जाने वाले मार्ग को एकल किया गया था। चार पहिया वाहनों को भगवान टॉकीज चौराहे की तरफ भेजा जा रहा था। सिर्फ माता की प्रतिमा के साथ आने वाले श्रद्धालुओं को ही घाटों की ओर जाने की अनुमति थी। विसर्जन पर उमडऩे वाली भीड़ की स्थिति देखते हुए यातायात सुचारु रखने को पुलिस ने कार्ययोजना तैयार रही थी जो सफल रही। वाटरवक्र्स चौराहा से यमुना किनारा मार्ग पर सार्वजनिक वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित था। पुलिस ने कई स्थानों पर बैरिकेड लगाए थे।
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शस्त्र पूजन कर लिया धर्म रक्षा का संकल्प

आगरा। अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की विजय स्वरूप दशहरा पर्व शहरभर में धूमधाम से मनाया गया। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने शस्त्र पूजन कर धर्म रक्षा का संकल्प लिया.अग्रसेना संस्था ने शास्त्रीपुरम स्थित होटल ग्रीनवैली में शस्त्र पूजन महोत्सव व अग्र भामाशाह सम्मान समारोह आयोजित किया। विधि-विधान से शस्त्र पूजन हुआ। कोविड-19 के दौरान निशुल्क टेलीफोनिक परामर्श देने वाले चिकित्सकों और महाराजा अग्रसेन जयंती शोभायात्रा निकालने वाली सभी संस्थाओं को सम्मानित किया गया।

कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए
भाजपा बृज क्षेत्र अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी, मेयर नवीन जैन और लघु उद्योग निगम लिमिटेड के उपाध्यक्ष राकेश गर्ग ने शुरुआत की। संचालन रीनेश मित्तल ने किया। संस्था अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, शकुन बंसल, पंकज गोयल, अंबुज अग्रवाल, सीए संदीप अग्रवाल, डॉ। विजय ङ्क्षसघल, डॉ। शिल्पा अग्रवाल, डॉ। योगेंद्र गुप्ता, डॉ। मलय गुप्ता आदि मौजूद रहे। आगरा खत्री सभा ने कमला नगर, एफ ब्लाक स्थित आर्य समाज मंदिर में खत्री दिवस व दशहरा पर्व पर वैदिक रीति से शस्त्र पूजन किया। बच्चों ने धार्मिक व सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। संस्था अध्यक्ष अमित खत्री, आरती मेहरा, विकास कक्कड़, शीला बहल, रोहित कत्याल, सिद्धि कपूर, विजय कपूर, नेहा सहगल आदि मौजूद रहे। पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान ङ्क्षसह के जयपुर हाउस स्थित आवास पर उनके पुत्र देवेंद्र चौधरी के नेतृत्व में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच शस्त्रों की पूजा हुई। प्रभु श्रीराम के जयकारों से परिसर गुंजायमान रहा। राजीव चौधरी, मनीष थापक, रतन प्रताप ङ्क्षसह, अजय पंडित, शशांक चौधरी आदि मौजूद रहे.क्षत्रिय समाज की यमुनापार शाखा ने काङ्क्षलदी विहार में विधि-विधान से शस्त्र पूजन किया। 100 मेधावियों और बुजुर्गों को सम्मानित किया गया। शुरुआत विधायक डा। धर्मपाल ङ्क्षसह, शाखा अध्यक्ष महेश पुंडीर, जिला अध्यक्ष भंवर ङ्क्षसह चौहान, आरपी ङ्क्षसह जादौन, विनोद परमार, दानवीर ङ्क्षसह तोमर, टीकम ङ्क्षसह तोमर, जगबीर ङ्क्षसह तोमर, नाहर ङ्क्षसह परमार, मानवेंद्र ङ्क्षसह आदि ने की.राष्ट्रीय बजरंग दल की रामबाग नगर शाखा ने गोकुल नगर में हवन यज्ञ और शस्त्र पूजन किया। प्रांतीय उपाध्यक्ष धर्मेंद्र राजपूत, नगर अध्यक्ष नीरज ङ्क्षसह बघेल, जिला आइटी प्रमुख मनोज यादव, कंमोद बघेल आदि मौजूद रहे।