आगरा। 'मेरा बेटा ला दो', 'कोई मेरा वरून ला दो', 'भैया, रूको मेरे लाल को ला दो'। दोपहर साढे़ तीन बजे यह करूण पुकार थाना हरीपर्वत के बगल में सुनाई दी। चाय का खोखा चलाने वाले तरून हर आने-जाने वाले शख्स को रोककर अपने दो साल के गायब बेटे को तलाश करके लाने की गुहार लगा रहा था। बगल में ही थाना था, लेकिन आला अधिकारियों तक ये आवाजें नहीं पहुंची। राहगीरों से भी उसे सिर्फ सहानुभूति के अलावा कुछ न मिला। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस उनका सहयोग नहीं कर रही है। न ही परिवार को सीसीटीवी फुटेज दिखाए हैं।

आधी रात में हो गया गायब

मूल रूप से गाजीपुर निवासी तरुन का परिवार पिछले बीस साल से आगरा में फुटपाथ पर गुजर-बसर कर रहा है। थाना हरीपर्वत के बराबर से चाय का खोखा चला कर परिवार रहता है। गुरुवार की रात तरुन का 2 वर्षीय बेटा वरुण अचानक गायब हो गया। रात में ढाई बजे जब मां मीना की आंख खुली तो बेटा नहीं था। इसी के बाद परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।

परिजन कर रहे तलाश

बच्चे की मां मीना का कहना था कि परिजनों ने यमुनापार एरिया, राजामंडी, आगरा फोर्ट, आगरा कैट रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड, सिकंदरा एरिया आदि अन्य स्थानों को खंगाल लिया। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। थक हार कर परिजन घर लौट आए। अब पुलिस के अलावा उन्हें किसी से उम्मीद नहीं है।

पिता लगा रहा लोगों से गुहार

पिता बेटे के गम में पागल सा हो गया है। वह लोगों के हाथ जोड़ कर अपने बेटे को मांग रहा है। परिजनों ने पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है। परिजनों का था कि बराबर से ही होटल में सीसीटीवी कैमरा लगा है। पुलिस ने उन्हें कैमरा नहीं दिखाया जबकि परिजनों ने बताया कि उस रात को दो युवक बाइक पर यहां घूम रहे थे। एक साल पहले भी यहां से एक बच्ची को उठाया गया था।