- भाई ने बेटे की शादी का हवाला देते दाग देने से कर दिया था मना

आगरा। पुलिस के अमानवीय चेहरे हमेशा सामने आए हैं। लेकिन हरीपर्वत थाना की पुलिस फोर्स ने मानवता की मिसाल पेश की है। उन्होंने कानूनी कार्रवाई के साथ मानवता का भी धर्म निभाया।

टीबी का मरीज था वृद्ध

तोता का ताल निवासी 76 वर्षीय खूबी राम कई सालों से परिवार से अलग ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक मंदिर में रह रहे थे। उसे तीन साल पहले मदिया-कटरा रोड स्थित सुलभ शौचालय का संचालक बबलू अपने पास ले आया और सुलभ के पीछे ही रहने के लिए एक झोपड़ी बना दी। बताया जा रहा है कि टीबी के ग्रसित खूबी राम की बीमारी से 6 मई की शाम 7 बजे मौत हो गई। बबलू की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तोता का ताल निवासी उसके भाई गेंदा लाल को सूचना दी और शव के पोस्टमार्टम के लिए कहा, लेकिन भाई ने मना कर दिया। पुलिस ने बॉडी भाई के सुपुर्द की। लेकिन उसने बॉडी लेने से ये कहते हुए मना कर दिया कि 7 मई को बेटे की शादी है। वह दाग संस्कार नहीं कर सकता। पुलिस से ही दाह संस्कार का आग्रह किया। इंस्पेक्टर राजा सिंह के मुताबिक रात में ही पर्ची कटाकर बॉडी को श्मशान घाट ले गए, पर रात के कारण लौट आए और शव को पोस्टमार्टम हाउस रखवा दिया। पुलिस ने सुबह बस्ती के लोगों व मंदिर के पुजारी को बुलाया और विद्युत शवदाह ग्रह में दाह संस्कार की क्रिया की।