आगरा(ब्यूरो) कोविड-19 के बाद अचानक पति-पत्नी के बीच डोमेस्टिक वायलेंस के मामलों की संख्या बढ़ी है, जबकि इससे पहले थाने में आने वाले मामलों की संख्या ना के बराबर थी, अप्रैल और मई में एक भी मामला डोमेस्टिक वायलेंस का थाने नहीं पहुंचा, वर्तमान में रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं।

पहुंच रहीं कंप्लेन
महिला थाना प्रभारी ईतुल चौधरी ने बताया कि वर्तमान में डोमेस्टिक वायलेंस के अधिक मामले थाने पहुंच रहे हैं, जिसमें पति और पत्नी के बीच मामूली बात को लेकर विवाद सामने आ रहे हैं और हालात तलाक तक पहुंच रहे हैं, ऐसे में दोनों पक्षों के बीच पुलिस टीम द्वारा परिवार परामर्श के जरिए सुलह के प्रयास किए जा रहे हैं, अधिकतर मामले काउंसलिंग से सुलझ जाते हैं, जबकि कुछ मामलों मुकदमे भी दर्ज किए जाते हैं।

सैकड़ों मामलों सुलह की कोशिश
महिला थाना पुलिस की ओर से सौ से अधिक मामले सुलह के लिए परिवार परामर्श केन्द्र भेजे गए हैं, जबकि हर रविवार को तीस से चालीस दंपति को डेट दी जाती है। हर रविवार को 6 से अधिक मामलों मेें सुलह कराई जा रही है, अनुपस्थित परिवार को अगली डेट दी जाती है।

केस 1
मोाबइल फोन बना शक की वजह
थाना हरीपर्वत क्षेत्र की रहने वाली युवती की शादी फरवरी में लखनऊ निवासी युवक से हुई थी। युवक व्यापार करता है। एक सप्ताह पहले महिला थाना में दोनों का मामला आया। युवती की शिकायत थी कि पति झगड़ा करता है। दहेज की मांग की जाती है। पति को बुलाकर बात की गई। दोनों को आमने-सामने भी बैठाया गया। जिसमें दोनों के बीच मोबाइल फोन पर बातें करना शक की वजह बना, मामला थाने तक पहुंच गया।

केस2
थाना रकाबगंज क्षेत्र की रहने वाली युवती की शादी दो साल पहले न्यू आगरा क्षेत्र के युवक से हुई थी। युवक प्राइवेट नौकरी करता है। उनके कोई संतान नहीं है। लॉकडाउन में पति कई दिन घर में ही रहा। तब उसे पता चला कि पत्नी पूरे दिन मोबाइल पर व्यस्त रहती है। वह टोकता है तो झगड़ा करने लगती है। घर के काम भी नहीं करती है। इसको लेकर मारपीट के बाद मामला थाने पहुंच गया।


केस3
मोबाइल चलाने से टोका, तो छोड़ा मायका
एक महीने पहले जब उसे मोबाइल चलाने से मना किया तो मायके आ गई। अब पुलिस को दहेज उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए तहरीर दे दी। पुलिस ने दोनों परिवारों को बैठाकर काउंसिलिंग की तो मोबाइल पर ऑनलाइन रहने की बात सामने आई। युवती का कहना था कि वह पति को छोड़ सकती है मोबाइल को नहीं। इस पर पुलिस ने दोनों को समझाया। अगली तारीख पर फिर से बुलाया गया है।

केस4
पति बोला झगड़े की जड़ मोबाइल
थाना छत्ता निवासी दंपति की शादी को चार साल हुए हैं। दोनो में झगड़ा होता है। आशा ज्योति केंद्र पर दोनों की काउंसलिंग हुई। पत्नी ने पति पर हाथ छोडऩे का आरोप लगाया। पति ने कहा कि झगड़े की जड़ मोबाइल है। पत्नी दिन भर उसी पर व्यस्त रहती है।


केस.5
मोबाइल पर ऑनलाइन रहने से झगड़ा
थाना सदर के दंपति की शादी नौ महीने पहले ही हुईं हैं। दोनों एक-दूसरे को समय न देने और मोबाइल पर व्यस्त रहने के आरोप लगा रहे हैं। पत्नी का कहना है कि पति दफ्तर से आने के बाद मोबाइल पर ही व्यस्त रहते हैं, उसके साथ नहीं रहना है। इससे दोनों के बीच कई बार विवाद हुआ मामला थाने में पहुंच गया।

लॉकडाउन में बढ़ गई मोबाइल की आदत
महिला थाना की प्रभारी निरीक्षक इतुल चौधरी ने बताया कि काउंसिलिंग में सामने आया है कि लॉकडाउन में लोगों को अपने घर में रहना पड़ा। इस दौरान पति मोबाइल चलाते थे। पत्नी भी ऑनलाइन रहती थी। पति घर में होते थे, इस कारण वो पत्नी को टोकते थे। इस बात पर झगड़े होने लगे। लॉकडाउन के दौरान मोबाइल पर व्यस्त रहने के सौ से अधिक मामले आए हैं। इनमें काउंसिलिंग की गई। पति-पत्नी के बीच समझौता कराने की कोशिश की गई। 50 फीसदी में समझौता हो गया।


-मार्च, अप्रैल, मई और जून में मामले
02

-एक महीने में डोमेस्टिक वायलेंस के मामले
60

-परिवार परामर्श केन्द्र की जा रही काउंसिलिंग
100

-दंपति के बीच पिछले चार महीनों में सुलह
50

-हर रविवार को कराई जा रही काउंसिलिंग
36


परिवार परामर्श केन्द्र में झगड़े की वजह
-पति शराब पीकर करता है मारपीट।
-ससुराल में पत्नी के मायके वाले दखल देते हैं।
-सास परेशान करती हैं, पति मां का साथ देता है।
-पति किसी और महिला से फोन पर बात करता है।
-दहेज के लिए घर से निकाल दिया।
-मोबाइल फोन पर बिजी रहना झगड़े की वजह।


थाने में लॉकडाउन के बाद डोमेस्टिक वायलेंस के मामलों में इजाफा हुआ है। वर्तमान में रोजाना दो अधिक डोमेस्टिक वायलेंस के मामले थाने आ रहे हैं, दंपति के बीच सुलह का मौका दिया जाता है, परिवार परामर्श केन्द्र में काउंसिलिंग कराई जाती है। अधिकतर मामले दंपति के बीच मोबाइल फोन पर बात करना है, जबकि शराब पीकर मारपीट करने के भी मामले अधिक हैं।
इतुल चौधरी, महिला थाना प्रभारी