पहले पेपर में आसान रहा मैथ
मैथ का पहला पेपर देकर होली पब्लिक स्कूल से निकले अभ्यर्थी सचिन सारस्वत ने बताया कि प्रश्नों का स्तर अच्छा था। अन्य परीक्षार्थियों का भी यही कहना था। आगरा कॉलेज से एग्जाम देकर निकली महिला ने बताया कि दूसरे पेपर जनरल एप्टीटयूट टेस्ट के भी प्रश्न बहुत कठिन नहीं थे। जीएटी में अंग्रेजी, जनरल स्टडी और साइंस से प्रश्न पूछे गए थे।

300 तक जा सकती है कट ऑफ
एग्जाम एक्सपर्ट दिव्या शर्मा ने बताया कि प्रश्न आसान होने से कट ऑफ 300 के आसपास जा सकती है। हालांकि उनके अनुसार कई परीक्षार्थी कट ऑफ मॉक्र्स से काफी ज्यादा नंबर ले आते हैं। लेकिन रिजल्ट नहीं आता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि हर वर्ग में निर्धारित नंबर का न्यूनतम 25 फीसदी लाना जरुरी होता है। जिसमें अभ्यर्थी पीछे रह जाते हैं।


तीन वर्ग में होते हैं एग्जाम
एनडीए एग्जाम को तीन वर्ग में बांटा गया है। पहला पेपर गणित 300 नंबर का और दूसरा जीएटी में 600 नंबर का होता है। एग्जाम को लेकर सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम रहे। परीक्षार्थी के साथ आए अभ्यर्थी के परिजनों को केन्द्र से पांच सौ मीटर दूर रख गया था। वहीं एग्जाम हॉल में सीसीटीवी की निगरानी में एग्जाम कराए गए।

12 हजार अभ्यर्थी रहे मौजूद
आगरा में एनडीए एग्जाम के लिए 30 केंद्र बनाए गए थे, जिसमें 12 हजार से अधिक अभ्यार्थियों ने भाग लिया। जिसमेें 60 फीसदी स्टूडेंट्स ही मौजूद रहे।


एग्जाम बहुत बेहतर रहा। पहले एग्जाम मैथ के सवाल आसानी से हल किए गए, वहीं दूसरी पाली के एग्जाम में बहुत ज्यादा कठिन प्रश्न नहीं थे।
विवेक, मथुरा



इस बार एग्जाम बहुत कठिन नहीं था, दिए गए समय से ही एग्जाम को पूरा कर लिया था। लेकिन सुरक्षा कारणों से सभी के साथ केंद्र से निकाला गया।
दर्श, एटा



बेटी को सेना में जाने का मन है, एटा से एग्जाम देने आए हैं। बेटी का एग्जाम मैथ का अच्छा गया है। दूसरे एग्जाम के लिए केन्द्र में हैं।
संजय सिसौदिया, झांसी



एग्जमा देकर लौट रहा हूं, सब ठीक रहा है। मैथ में जिस हिसाब से तैयारी की थी, उसके अनुसार सवाल नहीं पूछे गए हैं। सांइस में भी बहुत घुमा फिरा कर सवाल पूछे गए हैं।
रनीश, फिरोजाबाद


एनडीए एग्जाम शांतिपूर्ण ढंग से पूरा कराया गया है। एग्जाम के लिए 39 केन्द्र बनाए गए, जिसमें 12 हजार स्टूडेंट्स बैठे, 40 फीसदी ने एग्जाम छोड़ दिया।
आनंद कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट