आगरा। शुक्रवार हड़ताल के नाम रहा। बस, बैंक, अस्पताल से लेकर तहसील और विकास भवन तक में हड़ताल का असर देखा गया। नर्सिग स्टाफ और अल्ट्रासाउंड सेंटर्स की हड़ताल से शुक्रवार को मरीज और डॉक्टर्स को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। दोपहर 12 बजे तक रोडवेज के पहिए थमे रहे। बैंक और विकास भवन में हड़ताल का मिला-जुला असर दिखा। लेखपालों के काम न करने से कई तरह के प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सके।

प्रिंसिपल ऑफिस पर नारेबाजी

वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए देशभर में नर्सो ने हड़ताल की। एसएन, जिला अस्पताल और महिला अस्पतालों में भी नर्सो का कामकाज ठप रहा। एसएन में सुबह नर्सो ने प्रशासन के विरोध में रैली निकाली। प्रिंसिपल कार्यालय के बाहर नारेबाजी की। नर्सो की गैर मौजूदगी में डॉक्टर्स को सभी काम खुद करने पड़े। जिससे वे मरीजों पर कम ध्यान दे पाए। हालांकि डॉक्टर्स के साथ कंपाउंडर भी ड्यूटी पर थे, लेकिन कम स्टाफ होने से अस्पताल में अव्यवस्था रही। वहीं, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने से तीमारदारों और डॉक्टर्स के बीच दिनभर हल्की-फुल्की झड़पें भी होती रहीं।

बंद रहे अल्ट्रासाउंड सेंटर

सख्त नियमों में संशोधन की मांग को लेकर देशभर में रेडियोलॉजिस्ट भी हड़ताल पर हैं। इसका असर शहर में भी दिखा। दूरदराज के क्षेत्रों से सिर्फ अल्ट्रासाउंड कराने आए मरीजों को खासा परेशान होना पड़ा। मरीजों ने कई मिन्नतें की, दूर से आने का हवाला भी दिया, लेकिन अल्ट्रासाउंड का काम ठप रहा। डॉक्टर्स भी रिपोर्ट नहीं आने से अपने पेशेंट्स का इलाज नहीं कर पा रहे हैं। इसके चलते एसएन में मौजूद एक मात्र अल्ट्रासाउंड पर भारी दबाव रहा।