आगरा। आगरा मंडल में सड़क सुरक्षा को लेकर विभागीय अफसर गंभीर नजर नहीं आते हैं। जिले में प्रतिवर्ष रोड सेफ्टी को लेकर प्रति वर्ष लाखों रुपये का बजट मुहैया कराया जाता है, लेकिन विभागीय अधिकारी रोड सेफ्टी के नाम पर औपचारिकता पूरी कर बजट का ठिकाने लगा दिया जाता है।

रोड है खस्ता हाल

मंडल में रोड सेफ्टी को लेकर मंडल में 183 लाइसेंस सस्पेंड किए गए हैं। सवाल ये है कि एक ओर रोड सेफ्टी के नाम पर रोड खस्ता हाल है। सिटी में जाम की स्थिति वर्तमान में भी जस की तस है, फिर भी विभागीय अधिकारी अपनी पीठ ठोकते नजर आ रहे हैं। वहीं आगरा में पिछले तीन महीने में 132 लाइसेंस कैन्सिल किए गए हैं।

सालाना बजट मिलता है 25 लाख

रोड सेफ्टी के लिए आरटीओ नोडल अफसर हैं। उन्हीं के नाम पर शासन स्तर से सालाना 25 लाख रूपये का बजट रिलीज होता है। आरटीओ रोड सेफ्टी और एरिया को देखते हुए संबंधित विभाग को आवश्यक बजट रिलीज करते हैं, लेकिन आगरा में ऐसा कुछ नजर नहीं आता।

जिले में 13 स्थानों पर ही हादसे

वैसे तो जिले में आए दिन रोड एक्सीडेंट होते रहते हैं, लेकिन आरटीओ विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिले में शहर देहात में केवल 13 ही ब्लैक स्पॉट हैं, जिन पर रोड हादसे होते हैं। ये स्पॉट विभागीय अधिकारियों ने अपने ऑफिस में बैठकर निर्धारित कर दिए।