AGRA (27 Dec.): साफ सफाई की दृष्टि से शहर को चमकाने का प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने शहर के प्रमुख बाजारों में दुकान और प्रतिष्ठानों के बाहर सड़क पर कूड़ा पड़ा न मिले, इसके लिए कंटेनर रखने के निर्देश दिए हैं। नगर निगम को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे ठेल, ढकेल और दुकानों के सामने कूड़ा कचरा फैले तो तत्काल चालान काटा जाए, बावजूद इसके शहर में इन फरमानों का कोई असर नहीं दिख रहा है। आई नेक्स्ट ने पड़ताल की तो कई स्थानों पर गंदी तस्वीरें सामने आई।

नगर निगम के रखे हैं कंटेनर

शहर का संजय पैलेस पॉश क्षेत्र माना जाता है। यहां पर कपड़ा मार्केट से लेकर अन्य बाजारों में सड़कों पर ही कूड़ा पड़ा हुआ है। वहीं ठेल ढकेल वाले भी छोटा सा पीपा रखे हुए हैं। जिसके बाहर कूड़ा पड़ा हुआ है। संजय पैलेस मार्केट के बार छोटे-छोटे पार्को को ही दुकानदारों ने कूड़ा घर बना रखा है। उसी में कूड़ा डाला जा रहा है। संजय पैलेस में ही कई स्थान ऐसे हैं, जहां पर लोगों का निकला भी मुश्किल है। संजय पैलेस में कई स्थानों पर नगर निगम के कंटेनर रखे हैं। जो कि कूड़े से हाउसफुल हो चुके हैं। उन्हें खाली करने के लिए नगर निगम की टीम नहीं पहुंच रही है, जिसके कारण कूड़ा इधर उधर फैला पड़ा हुआ है।

धुएं में उड़ रहे फरमान

शहर टीटीजेड क्षेत्र में है। यहां पर उपले जलाना भी प्रतिबंधित है, लेकिन यहां तो दुकानों के सामने पन्नी व कूडे़ को जलाया जा रहा है। सरेआम कूड़े में आग लगा दी जाती है। तत्कालीन कमिश्नर प्रदीप भटनागर ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कोयला और उपले जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, लेकिन इन आदेशों को हवा में उड़ा दिया गया है।

पेठा इकाइयों से फैल रही गंदगी

नूरी दरवाजे पर सर्वाधिक पेठा का उत्पादन होता है। हालांकि पेठा इकाइयों को कालिंदी विहार में शिफ्ट करा दिया है। फिर भी अभी कई इकाइयां यहां संचालित हैं, जिनसे सर्वाधिक कचरा नूरी दरवाजे पर फैला हुआ नजर आता है।

होनी थी चालान की कार्रवाई

जिलाधिकारी गौरव दयाल ने 20 दिसंबर को नगर निगम के अधिकारियों के साथ शिविर कार्यालय पर बैठक की थी। इसमें निश्चित किया था कि दुकानदारों को समझाएं कि वे कूड़ा डालने के लिए दुकान और प्रतिष्ठानों के बाहर कंटेनर रखें। उसी में कूड़ा डाला जाए। इसके लिए तीन दिन का समय दिया। फिर चालान करने के निर्देश दिए। ये समय गुजर चुका है, अभी तक न तो दुकानदार और प्रतिष्ठान स्वामियों ने कंटेनर रखे हैं और न ही नगर निगम ने चालान काटने की कार्रवाई शुरू की है।