बैंकों में नहीं है सुरक्षा गार्ड

बाजार के बीचों-बीच बनी हैं बैंक

आगरा। थर्सडे दोपहर विजया बैंक की डकैती की घटना से लोग तो एलर्ट हो गए लेकिन बैंकों के हालात अभी भी वही हैं। घटना से सबक नहीं लिया गया है। सिटी में कई बैंक ऐसी हैं जिनमें उनकी सिक्योरिटी पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ताज सिटी में लोग खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। अब तो हालात यह हैं कि बैंक जाने वाला ग्राहक बैंक में गार्ड को मुख्य रूप से देखना चाहता है लेकिन बैंक प्रबंध तंत्र को इसकी कोई चिंता नहीं है। सभी अपने ऊपर बैठे अधिकारियों के ऊपर जिम्मेदारी डाल रहे हैं।

न पहले थी सिक्योरिटी और न अब

फ्राइडे दोपहर 12:30 बजे 'आई नेक्स्ट' की टीम संजय प्लेस की पंजाब नेशनल बैंक में पहुंची तो वहां कोई सिक्योरिटी गार्ड नहीं था। टीम के लोग आराम से अंदर जाकर बाहर आ गए लेकिन किसी ने भी उनसे कोई पूछताछ नहीं की। ब्रांच के मुख्य प्रबंधक से जब सुरक्षा गार्ड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हेड ऑफिस का हवाला दिया। उनका कहना था कि हेड आफिस को इन्फॉर्म किया गया है। सुरक्षा का इंतजाम करना हेड ऑफिस के हाथ में ही होता है।

रिमाइंडर का एक्सक्यूज

इसके बाद टीम स्टेट बैंक ऑफ पटियाला पहुंची। यहां पर भी सिक्योरिटी गार्ड नदारद पाया गया। सिक्योरिटी के बारे में पूछने पर मैनेजर ने भी हेड ऑफिस की बात कही। उनका कहना था कि हेड ऑफिस को बोला है और लगातार रिमाइंड भी करा रहे हैं।

न गार्ड, न अधिकारी

बेलनगंज स्थित सेंट्रल बैंक में हालात और ज्यादा खराब दिखे। जानकारी करने पर पता चला कि यहां तो पिछले कई महीने से सुरक्षा गार्ड तैनात ही नहीं है। यही नहीं, यहां के मैनेजर भी छुट्टी पर गए हुए थे। प्रबंधक प्रभारी ने बैंक में रात में सिक्योरिटी गार्ड होने की बात कही। साथ ही दिन में सिक्योरिटी के सवाल पर हेड ऑफिस पर बात टाल दी। उन्होंने कहा कि सिक्योरिटी की जिम्मेदारी तो हेड ऑफिस की है। गार्ड तो वही अप्वॉइंट करता है। वहीं, इन सभी बैंकों में विजया बैंक में हुई दिन दहाड़े की वारदात को लेकर चर्चाएं जोरों पर थी, लेकिन धरातल पर खुद की सिक्योरिटी को लेकर कोई भी चिंतित नहीं था।

मेयर पहुंचे एसएन

वहीं, विजया बैंक में डकैती के दौरान घायल हुए संदीप अग्रवाल, शिवा अग्रवाल व बॉबी शर्मा का मेयर इन्द्रजीत सिंह आर्य हाल-चाल जानने पहुंचे। मेयर ने घटना की निंदा करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। इस दौरान उनके साथ पार्षद हेमंत प्रजापति, राजीव राय आदि भी मौजूद रहे।