आगरा(ब्यूरो)। दो दिन से बेटे के पार्थिव देह के इंतजार में रो-रोकर पत्थर हो चुकी परिवारीजनों की आंखों से फिर आंसु बहने लगते हैं। जिस किसी ने भी ये दिल को झकझोर देने वाला ये दृश्य देखा उसकी आंखें नम हो गईं।

सुबह से जुटना शुरू हुई भीड़
9 पैरा, स्पेशल फोर्स के कैप्टन शुभम गुप्ता बुधवार को जम्मू के राजौरी जिला में आंतकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए थे। गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर नहीं आ सका था। शुक्रवार सुबह से ही उनके प्रतीक एंक्लेव स्थित आवास पर लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। बच्चे और महिलाएं हाथों में शुभम की फोटो और तिरंगा झंडा लिए हुए थे। घर के बाहर देशभक्ति के गीत बज रहे थे। शाम को पार्थिव शरीर एयरपोर्ट पहुंचा। ताबूत को देखते ही छोटा भाई ऋषभ बिलख पड़े। परिजन ने उन्हें किसी तरह संभाला।

हर किसी की आंखें हुईं नम
यह दृश्य देख हर किसी की आंखें नम हो गईं। शुभम अमर रहें के नारे गूंज उठे। एयरपोर्ट से निकलते ही सड़क के दोनों तरफ मौजूद लोगों ने पुष्प वर्षा शुरू कर दी। शुभम अमर रहें, जब तक सूरज-चांद रहेगा शुभम तेरा नाम रहेगा जैसे नारों के बीच शाम चार बजे ट्रक घर पहुंचा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो। एसपी ङ्क्षसह बघेल, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सहित अन्य ने श्रद्धांजलि दी। पिता बसंत गुप्ता उप मुख्यमंत्री के गले लगकर रोने लगे। मां पुष्पा गुप्ता ताबूत से लिपट गईं। आधा घंटा बाद शव यात्रा पैतृक गांव कुआंखेड़ा के लिए रवाना हुई। गांव में पैरा के जवानों ने गार्ड ऑफ आनर दिया। छोटे भाई ऋषभ ने मुखाग्नि दी। हजारों की संख्या में लोग शुभम अमर रहे के नारे लगाते रहे।

- 3 बजे बजे शुभम का पार्थिव शरीर विशेष विमान से खेरिया एयरपोर्ट लाया गया
- 4.15 बजे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद के आवास पर पहुंचे
- 7 बजे शाम को कुआंखेड़ा में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ छोटे भाई ऋषभ गुप्ता ने उन्हें मुखाग्नि दी