आगरा। डाइटिशियन डंग ने बताया कि बलगम यानि कफ केवल एनिमल आधारित उत्पादों के सेवन से ही होता है। जबकि प्लांट आधारित डाइट में ऐसा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि मैैं लोगों को रिकमंड करती हूं की 50 वर्ष के बाद व्यक्ति को वीगन हो जाना चाहिए। इसके स्वास्थ्य संबंधी काफी फायदे हैैं।

जिला अस्पताल की डाइटिशियन ललितेश शर्मा ने बताया कि वीगन डाइट सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैैं। उन्होंने बताया कि वीगन भी कई तरह के होते हैैं। कुछ लोग तो केवल डाइट में ही वीगन को फॉलो करते हैैं। कुछ लोग एनवायरमेंटल वीगन भी होते हैैं। एनवायरमेंटल वीगन एनिमल उत्पाद से बनी किसी भी वस्तुओं का उपयोग नहीं करते हैैं। इसके कुछ फायदे हैैं तो कुछ नुकसान भी हैैं। जैसे वीगन डाइट में विटामिन-बी 12 नहीं मिल पाता है। कैल्शियम के लिए भी कुछ रिच नट्स इत्यादि को खाना होता है। एनिमल आधारित डाइट में बायो एबिलिटी अच्छी होती है। यह ज्यादा ऑब्जर्व होती है.जबकि प्लांट आधारित डाइट में क्वांटिटी अच्छी होती है, लेकिन यह बॉडी में ऑब्जर्व कम होती हैैं। उन्होंने बताया कि वीगन डाइट लेने से डायबिटीज टाइप-2, बीपी, हार्ट डिजीज, पेट संबंधी समस्या इत्यादि होने के चांस काफी कम होती है।

ऐसे हुई शुरूआत
यूके वीगन सोसाइटी ने पहली बार 1 नवंबर, 1994 को वल्र्ड वीगन डे मनाया था। 1944 में ही वेगन सोसायटी बनाई गई थी। इसकी 50 वीं वर्षगांठ पर वीगन सोसायटी के अध्यक्ष ने इसे यादगार बनाने और लोगों में शाकाहारी आहार को बढ़ावा देने के लिए वीगन दिवस को हर साल मनाने की घोषणा की।


वीगन डाइट में केवल प्लांट आधारित उत्पादों का ही सेवन किया जाता है। एनिमल डाइट का नहीं। दूध, दही, मक्खन इत्यादि भी इसमें नहीं खाते हैैं।
- रेनुका डंग, डाइटिशियन

वीगन डाइट अपनाने से हार्ट, कोलेस्ट्रोल, बीपी, डायबिटीज इत्यादि जैसे रोगों से बचाव होता है। बस इसमें विटामिन-बी 12 सहित अन्य न्यूट्रिशंस नहीं मिल पाते हैैं।
- ललितेश शर्मा, डाइटिशियन

फायदे
-हार्ट डिजीज से बचाव
- कैंसर से बचाव
- कोलेस्ट्रोल से बचाव

यह नुकसान
-विटामिन-बी 12 नहीं मिल पाता
-एनिमल बायो एबिलिटी अच्छी होती है। ज्यादा ऑब्जर्व होती है।
- कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन के लिए रिच डाइट लेनी पड़ती है।