आगरा(ब्यूरो)। अरे भाई तुम यह ऑटो में एक्सट्रा सीट लगाकर घूम रहे हो, तुम्हें डर नहीं लगता है। अरे भइया किस बात का डर एक्सट्रा सीट का पैसा जाता तो साहब के पास ही है यह बातें एक ऑटो चालक की थी जो रिपोर्टर से उसने कहीं। इसके बाद रिपोर्टर ने करीब 20 मिनट खड़े होकर साहब का पता लगाने की कोशिश की लेकिन कहीं कुछ पता नहीं लगा। हालांकि कुछ की कदम की दूरी पर करीब पांच-छह पुलिसकर्मी हाथों में डंडा लिए। ऑटो व अन्य वाहन चालकों को इधर-उधर रफा-दफा करने की कोशिश में लगे थे।

गुर्गे भी दिखते हैं सतर्क
नगर निगम की ओर से शहर में 45 पार्किंग के ठेके उठाए जा चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी पार्किंग के नाम पर चौराहे पर हाथों में डंडा लिए ठेकेदार के गुर्गे टैक्सी चालकों से जबरन वसूली करते देखे जा सकते हैं। थाना पुलिस के संरक्षण के चलते ये रुपए नहीं देने पर मारपीट करने को भी उतारु हो जाते हैं। ऐसे में ऑटो चालकों का एक्सट्रा सीट लगाना मजबूरी बन गया है।

पार्किंग है नहीं फिर भी वसूल रहे शुल्क
शहर में कई स्थान ऐसे हैं जहां पार्किंग नहीं हैं, लेकिन इसके बाद भी वहां वाहन चालकों से शुल्क वसूला जा रहा है। एमजी रोड अंजना सिनेमा, शाह मार्केट, एमजी रोड, राजा की मंडी बाजार के पास, रामबाग, बोदला, भगवान टॉकीज के पास, वाटर वक्र्स चौराहा के पास से रोजाना शुल्क वसूला जा रहा है। यहां कई स्थान ऐसे हैं, जहां नगर निगम की पार्किंग घोषित नहीं है, ऐसे में यहां वाहनों से वसूली कौन करवा रहा है, रोजाना कलेक्शन कहां जमा किया जा रहा है, ये एक बड़ा सवाल है।

यहां पुलिस थानों के सामने स्टैंड
शहर मेें कई थाना क्षेत्र ऐसे हैं, जो रोड पर हैं। थाने के सामने अतिक्रमण लगा है। अवैध रूप से वाहनों को भी खड़ा किया जाता है, थाना सिकंदरा के ठीक सामने रोड और फुटपाथ पर धड़ल्ले से वाहन खड़े हो रहे हैं। वहीं न्यू आगरा से दयालबाग रोड पर जगह-जगह अतिक्रमण है। इस कारण सुबह और शाम को आम आदमी का पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। इन सबके बाद भी लोक निर्माण विभाग, नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हर दिन जाम लगता है और लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।

रोड और फुटपाथ पर कब्जा
शहर में नगर निगम द्वारा 45 पार्किंग घोषित की गई हैं। पिछले वित्तीय साल में दो करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। इस साल 2 करोड़, पचास हजार का ठेका उठाया गया है। दिसंबर से पहले ठेके निलंबित कर दिए गए थे, हाल ही में फिर से ठेके उठाए गए हैं। इन सभी पार्किंग में जारी किए गए निर्धारित मानक पूरे नहीं किए गए थे। इसमें करीब 15 पार्किंग रोड और फुटपाथ को घेरकर चल रही थीं। इस संबंध में अवैध पार्किंग को लेकर निगम और कलक्ट्रेट में हर महीने दर्जनों कंप्लेन आती हैं।

ठेके से नहीं मिलती रशीद
शहर के प्रमुख चौराहों में अवैध वसूली को लेकर कई शिकायतें मिली हैं। यह सभी निगम की पार्किंग हैं। दो और चार पहिया वाहन खड़े होते हैं। हर दिन वाहन चालकों से पैसा लिया जाता है। पर्ची नहीं दी जाती है। सवाल यह उठता है कि जब निगम ने पार्किंग का ठेका जारी किया है तो रशीद क्यों नहीं दी जाती है। उधर, न्यू आगरा से दयालबाग रोड पर तीन दर्जन से अधिक ठेल खड़े होते हैं। दुकानदारों ने अपनी दुकानों को आगे बढ़ाकर रोड और फुटपाथ पर कब्जा कर लिया है।

तय शुल्क से अधिक वसूली
शहर में नगर निगम की ओर से 45 पार्किंग के ठेके उठाए गए हैं, जिसका शुल्क दो करोड़ पचास हजार रुपए निगम में जमा किया गया है। इसी के साथ हर वाहन से वसूली का रेट फिक्स किया गया है। ऑटो से तीस रुपए वसूले जाते हैं, लेकिन पार्किंग पर खड़े ठेकेदार के गुर्गे चालीस रुपए वसूलते हैं।

नगर निगम में पार्किंग के ये हैं मानक
-जहां पार्किंग है, वहां पार्किंग एरिया चिन्हित होना चाहिए।
-तय स्थान पर पार्किंग स्थल में शेड होना चाहिए।
-पार्किंग एरिया में मेल-फीमेल शौचालय होने चाहिए।
-पार्किंग एरिया में रेट लिस्ट चस्पा होनी चाहिए।
-पार्किंग में पानी के पानी की व्यवस्था होनी चाहिए।


भगवान टॉकिज
रिपोर्टर ने सवारी बनकर ऑटो चालक की बातचीत
-रिपोर्टर, सिकंदरा के दस रुपए लगते हैं बीस क्यों ले रहे हो.
-ऑटो चालक, देख नहीं रहे हो सीट हटा दी गई हैं साइड से

-रिपोर्टर, ठीक है, नियम से चलाओ और किराया लो।
-ऑटो चालक, नियम से कुछ नहीं मिलता, किराया निकालना मुश्किल हो जाता है।

-रिपोर्टर, क्यों ऐसा कैसे हो सकता है?
-ऑटो चालक, एक्स्ट्रा सीट का पैसा साहब का होता है।

-रिपोर्टर, साहब का मतलब समझे नहीं.
-ऑटो चालक, अरे आप सब जानते हैं पैसा ऊपर तक जाता है.

-रिपोर्टर, ऊपर किसको जाता है पैसा
-ऑटो चालक, ऑटो के साथ ठेल, ढकेल सबका तय है।

-रिपोर्टर, आप कितने देते हैं रुपए
-ऑटो चालक, दो चक्कर के चालीस रुपए हैं

चौराहा सिकंदरा
रिपोर्टर की ठेकेदार के गुर्गे से बातचीत

रिपोर्टर, हाथों में डंडा क्यों लिया है आपने
गुर्गा, भाई साहब मजबूरी है, इसके बिना कोई रुपया नहीं देता

रिपोर्टर, रुपया किस बात का रुपया
गुर्गा, अरे पार्किंग का और किसका, देते नहीं है.

रिपोर्टर, आपके पास पर्ची है ठेके की
गुर्गा, अभी तो नहीं है, लेकिन आप क्यों पूछ रहे हो.

रिपोर्टर, अरे कुछ नहीं भाई ऐसे ही मन किया तो पूछ लिया।
गुर्गा, आप फोटो तो नहीं खींच रहे मेरा।

रिपोर्टर, नहीं में तो बस निकल रहा था और कुछ नहीं
गुर्गा, आप प्रेस से है क्या?


पार्किंग की स्थिति पर एक नजर.
-शहर में निगम निगम की पार्किंग
45
-रोड और फुटपाथ पर पार्किंग
15
-इस वर्ष उठाया गया पार्किंग ठेका
2 करोड,50 हजार
ऑटो से एक दिन का तय पार्किंग शुल्क
30 रुपए



नगर निगम की ओर से ठेके उठाए गए हैं, शहर में मानकों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, एक्स्ट्रा सीट को भी हटाया जा रहा है।
अरुण चंद, उपायुक्त ट्रैफिक पुलिस

चौराहों को नो एक्टिविटी जोन घोषित किया जाएगा, इसी क्रम में चौराहे से दूर वाहनों को खड़ा किया जाएगा, साथ ही अतिक्रमण को भी हटाया जाएगा, इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है। चौराहों पर टैक्निकल खामियां भी देखी गई हैं, जल्द ठीक कराई जाएंगी।
- सैय्यद अरीब अहमद, सहायक पुलिस आयुक्त ट्रैफिक