- अधिवक्ताओं ने किया न्यायिक कार्य का बहिष्कार
- डिस्ट्रिक्ट बार के साथ हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने भी जताया विरोध
ALLAHABAD:
लखनऊ में वकीलों पर हुई लाठी चार्ज की घटना को लेकर इलाहाबाद के अधिवक्ताओं का गुस्सा भी भड़क गया। गुरुवार को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे तो हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने भी कार्य बहिष्कार कर अपने गुस्से का इजहार किया। उन्होंने साफ कर दिया कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मनी तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।
ठप कराया कामकाज
जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष कृष्ण बिहारी तिवारी की अगुवाई में संघ भवन पर आयोजित आम सभा में घटना की निंदा की गई। अधिवक्ताओं ने इसके बाद जुलूस निकाल कर न्यायिक कार्य ठप करा दिया।
हाईकोर्ट के अधिवक्ता भी गुस्से में बार एसोसिएशन के सभा कक्ष में अध्यक्ष राधाकांत ओझा की अध्यक्षता में बैठक में भी लाठीचार्ज की घटना की निंदा की गई। अधिवक्ताओं ने लंच के बाद कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र, सुनील कुमार सिंह, आनंद मोहन पांडेय, बृजेंद्र कुमार पांडेय, रुचिर श्रीवास्तव, राजीव शुकला आदि मौजूद रहे। वहीं एडवोकेट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सदस्यों ने डा। अंबेडकर मूर्ति स्थल पर मीटिंग कर घटना का विरोध किया।
क्या है अधिवक्ताओं की मांगें
- लखनऊ के अधिवक्ता श्रवण कुमार वर्मा के परिजनों को दिया जाए 50 लाख का मुआवजा
- अधिवक्ता के परिजनों में से किसी एक सदस्य को दी जाए सरकारी नौकरी
- हत्यारे को जल्द से जल्द किया जाए गिरफ्तार
- लाठीचार्ज में घायल अधिवक्ताओं को दी जाए आर्थिक सहायता
- दीपचंद्र शुक्ला हत्याकांड में निर्दोष अधिवक्ताओं को फंसाने के मामले की हो निष्पक्ष जांच