i reality check

-इंडिपेंडेंट एटीएम में नहीं है सेनेटाइजर की व्यवस्था

-ब्रांच वाले एटीएम में कहीं-कहीं मिली व्यवस्था

vineet.tiwari@inext.co.in

PRAYAGRAJ: पूरा देश कोरोना वायरस को लेकर संवेदनशील है, लेकिन बैंकों की सेहत पर इसका अधिक असर नहीं पड़ रहा है। एटीएम संक्रमण बढ़ाने का अहम कारक हो सकते हैं। लेकिन एटीएम को सेनेटाइज करने की फिलहाल बैंकों की कोई व्यवस्था नहीं है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने शुक्रवार को शहर के तमाम एटीएम का रियलिटी चेक किया तो हालात कुछ ऐसे ही मिले। कहीं पर सेनेटाइजर मिला तो कई जगह पर बिना सुरक्षा इंतजाम एटीएम संचालित हो रहे थे।

सभी को कर रहे थे सेनेटाइज

स्पॉट: 1 एचडीएफसी बैंक सिविल लाइंस की मेन ब्रांच

समय: दोपहर एक बजे

एचडीएफसी बैंक सिविल लाइंस की मेन ब्रांच में एटीएम के ठीक बाहर खड़ा गार्ड विजिटर्स के हाथ सैनेटाइज कर रहा था। रिपोर्टर ने उससे पूछा तो बताया कि भइया बैंक में जाना है या एटीएम के भीतर। हाथ को सेनेटाइज करा लें। यहां पर थोड़ी देर तक रुककर देखा गया। प्रॉपर ढंग से चीजों को अप्लाई किया जा रहा था। ऐसे हालात में बैंक की यह व्यवस्था वाकई तरीके के काबिल नजर आई।

एटीएम के लिए नहीं है सेनेटाइजर

स्पॉट:2 आईसीसीआईसीआई बैंक एकलव्य चौराहा

समय: 1.15 बजे

एकलव्य चौराहा स्थित आईसीआईसीआई बैंक की मेन ब्रांच की बैंकिंग समझ के बाहर रही। रिपोर्टर ने देखा कि एटीएम में भी कोई भी जाकर पैसे निकाल ले रहा था और उसे सेनेटाइज करने की कोई व्यवस्था नहीं थी। स्टाफ से पूछा तो उसने बताया कि बाहर गार्ड से पता करिए कि सेनेटाइजर कहां है। जब रिपोर्टर ने गार्ड से पूछताछ की तो उसने कहा कि सेनेटाइजर है लेकिन एटीएम के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।

पब्लिक की सुरक्षा पर सेंसेटिव

स्पॉट: 3, यस बैंक सिविल लाइंस

समय: 1:40 बजे

इसके बाद सिविल लाइंस की यस बैंक की मेन ब्रांच में पहुंचे रिपोर्टर ने पड़ताल की। बाहर ही लगे एटीएम में गार्ड मौजूद था लेकिन सेनेटाइजर नहीं दिखाई दे रहा था। पूछने पर गार्ड ने बताया कि प्रत्येक विजिटर को सेनेटाइज करने के बाद ही एटीएम में जाने दिया जा रहा है। बैंक प्रबंधन ने खुद यहां पर सेनेटाइजर उपलब्ध कराया है।

यहां तो खुलेआम संक्रमण को दावत

स्पॉट: 4, लाउदर रोड, एटीएम

समय: 2:00 बजे

लाउदर रोड पर मेडिकल कॉलेज के अपोजिट रोड पर एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और यूनियन बैंक के एटीएम हैं। इन तीनों इंडिपेंडेंट एटीएम में किसी प्रकार की संक्रमण से बचाव की कोई व्यवस्था नजर नहीं आई। यहां तक कि बताने के लिए गार्ड भी मौजूद नहीं था। एचडीएफसी के एटीएम में कैश के लिए चार-पांच लोग एटीएम में घुसे थे। ऐसे में संक्रमण पर रोक लगाने की सरकार की मंशा को आघात लग सकता है।

क्यों संक्रमण फैला सकता है एटीएम

-एटीएम में कैश निकालने के लिए रोजाना सैकड़ों लोग विजिट करते हैं।

-यह सभी प्रॉसेस के लिए एटीएम के की-पैड को हिट करते हैं।

-ऐसे में कोरोना वायरस का संक्रमण इस कीपैड की वजह से अचानक फैल सकता है।

-इसलिए बैंकों को शहर के तमाम एटीएम पर सेनेटाइजर की व्यवस्था करना चाहिए।

-जिससे एटीएम यूज करने वालों के हैंड को पहले ही सेनेटाइज किया जा सके।

-यह भी बता दें कि शहर में तमाम बैंकों के 500 से अधिक एटीएम मौजूद हैं।

मेरे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है कि एटीएम पर सेनेटाइजर उपलब्ध नहीं है। अगर कोई मांग करता है तो एटीएम पर ऐसी व्यवस्था के लिए बाकी बैंकों को लिखा जाएगा।

-लीड बैंक मैनेजर