नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा है अनामिका
गांधी जयंती पर दामोदर श्री राष्ट्रीय अकादमिक विशिष्टता सम्मान का हुआ भव्य आयोजन
ALLAHABAD: गांधी जयंती पर रविवार को एसएस खन्ना डिग्री कालेज में दामोदरश्री राष्ट्रीय अकादमिक विशिष्टता सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। दामोदर श्री 2016 राष्ट्रीय अकादमिक सर्वोच्च प्रतिभा सम्मान के लिए चयनित दस सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों को निर्णायक मंडल ने अपने विचार रखने का मौका दिया। इस दौरान प्रतिभागियों ने अपनी दावेदारी पेश करते हुए अपने विचार निर्णायक मंडल के मेंबर्स के सामने रखे। सभी प्रतिभागियों ने अपनी मेधा साबित करने की पुरजोर कोशिश की।
संवेदनशील बनाती है लेखन विधा
दामोदर श्री 2016 के प्रथम सत्र की शुरुआत करते हुए मुख्य अतिथि राज्यसभा के पूर्व सेक्रेटरी जनरल विवेक कुमार अग्निहोत्री ने उन्होंने युवाओं को अकादमिक लेखन के लिए प्रेरित किया। कहा अकादमिक लेखन विधा युवाओं में संवेदनशीलता पैदा करती है। इसके बाद डिग्री कालेज की प्राचार्य डॉ। शिप्रा सान्याल, डॉ। संध्या अरोरा और डॉ। श्रुति आंनद के निर्देशन में गणेश वंदना की प्रस्तुति से हुई। इसके बाद प्रतिभागियों ने अपना प्रजेंटेशन दिया। इस अवसर पर डॉ। वीएन मित्तल को शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
वर्तमान में जीना जरूरी है
समारोह में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एएम खनविल्कर ने कहा कि व्यक्ति को वर्तमान में जीना चाहिए। खासकर युवाओं को समाज एवं स्वयं के विकास के लिए सकारात्मक प्रयास करने चाहिए। विशिष्ट अतिथि इलाहाबाद विवि के कुलपति प्रो। आरएल हांगलू ने कहा कि अल्पसंसाधनों में शिक्षा प्राप्त करने वाले लोग ही देश का नाम रोशन करते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को बेहद कम संसाधनों में भी आगे बढ़ने की पहल करनी चाहिए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि इलाहाबाद उच्च न्यायाल के मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले ने कहा कि छात्रों को शिक्षकों की बातों का सदैव अनुसरण करना चाहिए। उनके बहुमूल्य सिद्धांतों का अजीवन अनुगमन करना चाहिए। पुणे स्थित डिफेंस स्टडीज ऑफ एडवांस स्टडीज के कुलपति डा। एस। पाल ने धार्मिक संदर्भ में आधुनिक विज्ञान को परिभाषित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान मिसाइल और रॉकेट प्रणाली की व्याख्या हमारे धार्मिक ग्रंथों में बहुत पहले की जा चुकी है। आधुनिक विज्ञान को वेदों की ओर लौटकर तकनीक को अधिक विकसित करना चाहिए। इस अवसर पर सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति एएम खनविलकर एवं विशिष्ट अतिथि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश डी.बी। भोंसले को प्राचार्या डा। शिप्रा सान्याल ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जस्टिस अरुण टण्डन ने अतिथियों का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि इलाहाबाद विवि के कुलपति प्रो। रतनलाल हांगलू को डा.अल्पना अग्रवाल ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।
इन्हें मिला एवार्ड
दामोदरश्री - अनामिका मिश्रा दो लाख का पुरस्कार
द्वितीय पुरस्कार अपूर्वा लूनिया एक लाख रुपए
तृतीय पुरस्कार प्रखर त्रिपाठी, पचास हजार का पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ स्नातक वर्गीय प्रतिभागी पुरस्कार दिव्या यादव, तीस हजार
विशेष पुरस्कार संयोजन समिति द्वारा निर्णीत प्रियंका बर्नवाल, तीस हजार
दस चयनित प्रतिभागियों ने रखे विचार
क्षितिज दत्त आईआईटी खड़गपुर
तेजस्व गुप्ता, आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कालेज पुणे
अपूर्वा लुनिया, महात्मा गांधी मेडिकल कालेज जयपुर
अनामिका मिश्रा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली
इंसिया रंगवाला, सेंट जेवियर्स कालेज मुम्बई
दिव्या यादव, डीयू
प्रखर त्रिपाठी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
प्रिया बर्नवाल इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
कन्हैया कुमार इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
नीलू मिश्रा बीएड एसएस खन्ना महिला महाविद्यालय
निर्णायक समिति
जस्टिस एपी साही
प्रो। आरसी त्रिपाठी
प्रो। हरि प्रकाश
प्रो। जटाशंकर
प्रो मालबिका पाण्डेय
प्रो। अनिता गोपेश
प्रो। सुमिता परमार
प्रो। अरूण गर्ग
प्रो। दीपा पुनेठा
प्रो। संजॉय दत्ता राय