Allahabad: इनकी बेहतर ट्रेनिंग और हार्ड वर्क की बदौलत सिटी का नाम देश और विदेश के कोने-कोने तक पहुंचा। इनकी बेहतर ट्रेनिंग की बदौलत ही आज तीन सौ से अधिक प्लेयर गवर्नमेंट जॉब कर रहे हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं मदन मोहन मालवीय स्टेडियम के जाने माने कोच मोहम्मद रुस्तम खॉ की। जिन्होंने अपने करियर के पूरे 25 साल देकर न जाने कितने ही प्लेयर्स को बुलंदियों के आसमां तक पहुंचा दिया। मैदान पर हर वक्त मौजूद रहकर प्लेयर्स को गेम की एक से बढ़कर एक नई टेक्निक के बारे मे जानकारी दी। उनकी इन्हीं उपलब्धियों को देखते हुए, वेडनसडे को मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में उनका सम्मान समारोह ऑर्गनाइज किया गया। इस अॅकेजन पर कमिश्नर जीतेन्द्र कुमार ने मो। रुस्तम खॉ को सम्मानित किया। प्रोग्राम में आरएसओ सहित सैकड़ों की संख्या में स्पोट्र्स प्लेयर और कोच मौजूद रहे।
क्या हैं इनके achievement
स्टेडियम से मिली जानकारी के मुताबिक मोहम्मद रुस्तम खॉ ने खेल विभाग में 2 अगस्त 1988 को कदम रखा था। इसके बाद वह कई सिटी में तैनात रहे। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में तैनाती के दौरान उन्होंने खेल विभाग को कई बड़े एचीवमेंट दिए। अब तक के ट्रेनिंग पीरियड में एक हजार से अधिक एथेलटिक्स और बीस इंटरनेशनल लेवल के प्लेयर्स को ट्रेन्ड किया। मो। रुस्तम खॉ की बेहतर ट्रेनिंग की बदौलत ही प्लेयर्स स्टेट के अलावा देश के कोने-कोने में जॉब कर रहे हैं। जिन विभागों में प्लेयर तैनात हैं उनमें आर्मी, एयरफोर्स, नेवी, रेलवे, एलआईसी, सीआरपीएफ, सेंट्रल एक्साइज, ओएनजीसी, इंडिया आयल, कोल इंडिया, भारतीय खाद्य एवं आयकर विभाग जैसे डिपार्टमेंट शामिल हैं। वहीं इंटरनेशनल लेवल पर वह एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप, वल्र्ड यूथ चैम्पियनशिप, वल्र्ड विश्वविद्यालय कॉम्पिटीशन, यूथ एशियन चैम्पियनशिप एवं वल्र्ड स्कूल चैम्पियनशिप के लिए प्लेयर्स को ट्रेनिंग दे चुके हैं। इन प्रतियोगिताओं में प्लेयर्स ने गोल्ड, सिल्वर व ब्राउंज मेडल हासिल किया है.
क्या हैं इनके achievement
स्टेडियम से मिली जानकारी के मुताबिक मोहम्मद रुस्तम खॉ ने खेल विभाग में 2 अगस्त 1988 को कदम रखा था। इसके बाद वह कई सिटी में तैनात रहे। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में तैनाती के दौरान उन्होंने खेल विभाग को कई बड़े एचीवमेंट दिए। अब तक के ट्रेनिंग पीरियड में एक हजार से अधिक एथेलटिक्स और बीस इंटरनेशनल लेवल के प्लेयर्स को ट्रेन्ड किया। मो। रुस्तम खॉ की बेहतर ट्रेनिंग की बदौलत ही प्लेयर्स स्टेट के अलावा देश के कोने-कोने में जॉब कर रहे हैं। जिन विभागों में प्लेयर तैनात हैं उनमें आर्मी, एयरफोर्स, नेवी, रेलवे, एलआईसी, सीआरपीएफ, सेंट्रल एक्साइज, ओएनजीसी, इंडिया आयल, कोल इंडिया, भारतीय खाद्य एवं आयकर विभाग जैसे डिपार्टमेंट शामिल हैं। वहीं इंटरनेशनल लेवल पर वह एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप, वल्र्ड यूथ चैम्पियनशिप, वल्र्ड विश्वविद्यालय कॉम्पिटीशन, यूथ एशियन चैम्पियनशिप एवं वल्र्ड स्कूल चैम्पियनशिप के लिए प्लेयर्स को ट्रेनिंग दे चुके हैं। इन प्रतियोगिताओं में प्लेयर्स ने गोल्ड, सिल्वर व ब्राउंज मेडल हासिल किया है।
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