लिखकर दे दिया मिल गया

छह अक्टूबर को लैपटाप डिस्ट्रीब्यूशन के प्रोग्राम में सीएम के जाने के बाद काफी अफरातफरी मच गई थी। जिससे बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को बगैर लैपटाप लिए ही घर वापस लौटना पड़ा। यह बात और है कि बाद में डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन ने धीरे-धीरे करके कॉलेजेज में लैपटाप न पाने वालों के लैपटाप भेजने शुरू किए और अभी भी लैपटाप बांटे जा रहे हैं। लेकिन वे छात्र दुविधा में फंसे हुए हैं, जिन्होंने छह अक्टूबर वाले दिन प्रोग्राम के दौरान लैपटाप प्राप्ति रजिस्टर पर हस्ताक्षर तो कर दिया। मगर इसके तत्काल बाद हंगामा शुरू होने के चलते उन्हें लैपटाप नहीं मिल सका। ऐसे स्टूडेंट्स का कहना है कि जब उन्होंने एक बार लैपटाप प्राप्ति रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर दिया तो बाद में उन्हें इसी को प्रमाण दिखाकर लैपटाप हड़पने का कुचक्र भी रचा जा सकता है।

दबी जुबान भर रहे हामी

खास बात यह है कि स्टूडेंट्स की आशंका को कालेज से जुड़े टीचर्स और डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े लोग भी दबी जुबान स्वीकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि स्टूडेंट्स की आशंका सच भी हो सकती है। क्योंकि इस सच से इंकार नहीं किया जा सकता कि लैपटाप पर हाथ साफ करने वालों की मंशा के चलते ही प्रोग्राम के दिन लैपटाप की लूट मची थी और कई सारे लैपटाप का कुछ पता नहीं चला। हालांकि, आफिसर्स स्टूडेंट्स को यही दिलासा दे रहे हैं कि अगर लैपटाप नहीं मिला तो स्टाक में जरूर होगा।

हम तो कालेज को जानते हैं

इस पूरी आपाधापी के बीच कालेज एडमिनिस्ट्रेशन की भूमिका बेहद ही लापरवाह नजर आ रही है। अधिकतर जगहों पर देखने मिल रहा है कि कालेज एडमिनिस्ट्रेशन भोले भाले स्टूडेंट्स की प्राब्लम को सुनने, समझने और थ्रु प्रापर चैनल निपटाने की बजाय सीधे कह दे रहे हैं कि डीआईओएस आफिस जाईये, डीएम आफिस जाईये। इससे स्टूडेंट्स की नाराजगी बढ़ती ही जा रही है। उनका साफ कहना है कि वे कालेज के स्टूडेंट हैं और अपने कालेज के आफिसर्स को जानते हैं। ऐसे में उनकी कोई भी प्राब्लम को साल्व करवाने की रेसपांसबिलिटी भी कालेज की ही बनती है। उन्हें सीधे यहां वहां भटकने के लिए भेजना खुद की रेसपांसबिलिटी से पल्ला झाडऩा है।

ये भी दगा दे गया

बता दें कि डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स को कम्प्लेन दर्ज करवाने के लिए एक कन्ट्रोल रूम की स्थापना की थी। जिसका नम्बर 05322548811 तथा 05322548822 है। लेकिन यह नम्बर भी अधिकतर समय मिलता ही नहीं है।  

Reported by Vikash Gupta