तत्कालीन विधायक की हत्या की सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई को हुई है सिपुर्द

ALAHABAD: विधायक राजू पाल हत्याकांड के मामले की जांच में सीबीआई के डीआइजी बालाजी ने इलाहाबाद कैंप कार्यालय में डेरा डाल दिया है। बता दें कि शहर और प्रदेश के इस हाईप्रोफाइल मामले की जांच के लिए एक अतिरिक्त टीम भी बुलाई गई है। सूत्रों की मानें तो इसी टीम ने काफी साल पहले हुए मधुमिता हत्याकांड का खुलासा किया था। वहीं टीम के शहर में आने के बाद से इस मामले में आरोपियों के चेहरे पर साफ तौर सिकन देखी जा रही है।

2005 में हुई थी विधायक की हत्या

जानकारी के मुताबिक 25 जनवरी 2005 को तत्काल बसपा विधायक राजू पाल की सुलेमसराय में ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी। जहां घटना के बाद इस मामले में पूर्व सांसद अतीक अहमद व उनके छोटे भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ समेत कुल 11 लोगों के नाम पहले प्रकाश में आए थे। वर्तमान शहर पश्चिमी विधायक व विधायक पत्‍‌नी पूजा पाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआइ जांच की मांग की। इसी साल 22 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को जांच का निर्देश दिया था। तकरीबन दो माह से एडशिनल एसपी अमित कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में सीबीआई टीम जांच कर रही है। सूत्रों की माने तो हाल ही में कुछ पहले ही जांच के लिए सीबीआई के डीआइजी बालाजी भी शहर आकर अपनी कमान संभाल लिया है। उन्होंने मामले को गंभीरता के मद्देनजर जांच के लिए एक और टीम भी बुला लिया है।