बैंक से निकल कर रोड पार करते समय बाइक सवार बदमाशों ने लूटा सीसीटीवी की मदद से बदमाशों की पहचान की कोशिश, नहीं मिली सफलता

ALLAHABAD: बदमाशों को पुलिस का जरा भी खौफ नहीं रह गया है। इसीलिए वारदात को अंजाम देते वक्त वह इस बात से भी नहीं डरते कि आसपास पुलिस हो सकती है। शुक्रवार को पुलिस लाइंस के सामने अधिवक्ता से लाखों की लूट को अंजाम देकर बदमाशों ने पुलिस को खुली चुनौती दी।

हाईकोर्ट के अधिवक्ता

नया कटना के रहने वाले मो इदरीश के बेटे मो लईक जोकि पेशे से हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं। लईक ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनकी मां की तबीयत खराब चल रही है। उन्हें लखनऊ दिखाने ले जाना था। इसलिए कुछ पैसों की जरूरत थी। शुक्रवार को लईक पुलिस लाइन के सामने स्थित एसबीआई बैंक मुख्य शाखा गए थे। वहां से उन्होंने एक लाख पचास हजार रुपए निकाले और बैग में रखकर बाहर निकले। उन्होंने अपना वाहन बैंक के दूसरे साइड पर खड़ा किया था।

रोड पार करते समय लूटा

वह रोड पार कर रहे थे तभी एक बाइक पर सवार दो बदमाश तेजी से आए और उनके हाथ से बैग छीनकर भाग निकले। अधिवक्ता ने शोर मचाया, लेकिन बदमाश फर्राटा भरते हुए म्योहाल की तरफ निकल गए। अधिवक्ता ने तत्काल लूट की सूचना कंट्रोल रूम को दी।

एक्टिव हुई पुलिस

उधर कंट्रोल रूम पर लूट की खबर मिलते ही एसपी सिटी राजेश कुमार यादव, एसपी क्राइम रामाकांत प्रसाद सीओ दुर्गा प्रसाद तिवारी कई थाने की फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों ने हाईकोर्ट अधिवक्ता से घटना के बारे में जानकारी जुटाई और उनको पुलिस लाइन ले गई। वहां पुलिस ने घंटों सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। अधिवक्ता से बदमाशों की पहचान कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस ने अधिवक्ता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर बदमाशों की खोजबीन शुरू कर दी है।

पेडिंग है 10 लाख की लूट का खुलासा

झूंसी क्षेत्र के आवास विकास कालोनी सेक्टर चार में रहने वाले शिव शंकर सिंह स्वास्थ्य विभाग से रिटायर हो चुके थे। 28 जुलाई की शाम वह दरभंगा स्थित एसबीआई बैंक की शाखा से जमीन खरीद के लिए दस लाख रुपए की रकम निकाला था। बेटे व उसके दोस्त के साथ वह कार में बैठकर घर के बाहर गली में पहुंचे थे। तभी बाइक सवार बदमाशों ने उनके हाथ से पैसों से भरा बैग छिन लिया और भाग निकले। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा तो दर्ज कर लिया मगर अभी तक न तो लूट की रकम बरामद की और न ही बदमाशों की तलाश कर पायी है।