शिवकुटी में दिव्यांग भाई सहित पांच फेमिली मेंबर्स को चापड़ से काट डाला
मासूम भतीजों पर भी नहीं आया रहम, बेरहमी से रेता गला
वारदात के बाद घर से दो किलो चांदी व 32 हजार कैश लेकर भागे
पुलिस ने 12 घंटे के भीतर मर्डर वैपन के साथ आरोपियों को पकड़ कर घटना का किया खुलासा
ALLAHABAD: संपत्ति के विवाद में शनिवार रात अपनों का खून पानी की तरह बहा दिया गया। शिवकुटी एरिया में छोटे भाई ने भतीजे के साथ मिलकर बड़े भाई सहित पांच फैमिली मेंबर्स की धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी। इसके बाद भाई के घर से दो किलो चांदी व कैश लेकर भाग निकले। शहर में इतनी बड़ी वारदात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अफसरों के पांव तले जमीन खिसक गई। पुलिस अफसरों ने इसे चैलेंज के रूप में लिया और टीम गठित कर 12 घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को मर्डर वैपन के साथ अरेस्ट करते हुए घटना का खुलासा कर दिया।
चापड़ लेकर पहुंचे भाई
शिकुवटी थाना क्षेत्र के पूरा गड़ेरिया मोहल्ले के भग्गू के तीन बेटों में मोहर्रम (50) सबसे बड़ा था। दूसरे नंबर पर राजन व सबसे छोटा बशीर है। मोहर्रम के परिवार में पत्नी दिघिया, दो बेटे शुभम व बादल, दो बेटियां रानी व बबिता थी। पूरा परिवार घर के ऊपर हिस्से में रहता था। शनिवार की रात खाना खाने के बाद सभी सो रहे थे। मोहर्रम व शुभम एक साथ छत पर ही सो रहे थे। जबकि दिघिया, बादल, रानी व बबिता कमरे में सो रहे थे। रात को करीब एक बजे के मोहर्रर का सबसे छोटा भाई राजन अपने चचेरे भाई सूरज के साथ दीवार फांदकर छत छत पर पहुंच गया।
बाहर से बंद किया दरवाजा
छत पर मोहर्ररम व शुभम को बाहर ही सोता देखकर सूरज व राजन ने दस्ताना पहना और चापड़ लेकर दबे पांव आगे बढ़े। दरवाजा बाहर से लॉक किया और दोनों ने एक साथ मिलकर चापड़ से मोहर्ररम के गले पर कई वार किए। तब तक शुभम जग गया तो सूरज ने शुभम को पकड़ लिया और राजन ने शुभम के गले पर भी चापड़ से प्रहार कर दिया। इससे कुछ ही देर में पिता पुत्र की मौत हो गयी।
आवाज देकर खुलवाया दरवाजा
भाई व भतीजे को मौत के घाट उतारने के बाद राजन ने देखा कि अंदर भाभी व भतीजियां भी जग गए हैं। इस पर उसने आवाज देकर कमरे का दरवाजा खुलवाया। भाभी दिघिया ने जैसे ही दरवाजा खोला राजन ने तपाक से उसके गले में चापड़ से दो वार किए इससे वह लहूलुहान होकर वहीं पर गिर पड़ी।
हाथ बांधकर रेता गला
यह देख रानी, बबिता व बादल इतना सहम गए कि उनके मुंह से चीख भी नहीं निकली। सूरज ने रानी को पकड़ा और राजन ने सलवार के नाड़े से उसके दोनों हाथ बांध दिए। इसी तरह बादल का हाथ दुपट्टे से बांधकर बारी-बारी से दोनों का गला चापड़ से रेत दिया। सबसे छोटी बबिता डर के मारे कोने में छिप गयी थी। उसको भी बाहर निकाला और उसका भी गला काट दिया। इसके बाद घर में रखी ज्वैलरी और 32 हजार कैश लेकर पीछे के रास्ते से उतर कर भाग निकले।
सास की पड़ी नजर
रविवार की सुबह जब मोहर्रम के घर का दरवाजा नहीं खुला, तो उसकी सास बिल्लों ने देखा कि दरवाजे की सिटकिनी बाहर से बंद है। शक होने पर वह ऊपर देखने गयी तो वहां का नजारा देखकर उसका कलेजा मुंह को आ गया। वह जोर से चीख पड़ी। चीख सुनकर आस पड़ोस के लोग भी जमा हो गए। परिवार के पांच सदस्य मारे जा चुके थे, जबकि दिघिया की अब भी सांस चल रही थी। आनन-फानन में शिवकुटी पुलिस को सूचना दी गयी। लेकिन इसके पहले कि पुलिस आए घटना को अंजाम देने वाले राजन ने ही अप्पे से दिघिया को एसआरएन पहुंचा कर भर्ती करा दिया।
मौके पर पहुंचे आला अधिकारी
इतनी बड़ी वारदात की जानकारी मिलते ही आईजी केएस प्रताप कुमार, एसएसपी जोगिंदर कुमार, एसपी सिटी राजेश यादव, एसपी क्राइम रामाकांत प्रसाद समेत दो सीओ समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गयी। इसके अलावा क्राइम ब्रांच की टीम भी कुछ देर में पहुंच गयी। अधिकारियों ने घटना की छानबीन शुरू की।
आनन-फानन में गठित हुई टीम
घटना के शीघ्र खुलासे के लिए एसपी क्राइम रमाकांत प्रसाद, एसपी सिटी राजेश यादव, सीओ चतुर्थ दुर्गा प्रसाद तिवारी व इंटेलिजेंस विंग टीम को निर्देश जारी कर दिए गए। शुक्रवार दोपहर को ही एसआई जयप्रकाश, इंटेलिजेंस विंग व स्वाट टीम प्रभारी नागेश सिंह, एसओ शिवकुटी को मुखबिर से हत्यारोपियों के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने तेलियरगंज चुंगी के पास पिलोडर गाड़ी से भाग रहे हत्या के अभियुक्तो को लूट के माल के साथ अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने राजन से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने पूरी वारदात कबूल कर ली और हत्या में प्रयुक्त चापड़ भी बरामद करा दिया।
मकान में हिस्सेदारी का विवाद
अभियुक्तों के पकड़े जाने के बाद आईजी व एसएसपी ने अभियुक्तों को मीडिया के सामने पेश किया। इस दौरान अभियुक्त राजन सपेरा ने बताया कि बड़े भाई मोहर्रम दिव्यांग था। उसने पिता के जीवन काल में ही चौफटका स्थित मकान को यह कहकर अपने नाम करा लिया कि इसमें मै रहूंगा। पूरा गड़ेरिया के मकान में छोटे भाई वशीर व राजन रहेंगे। पिता पूरा गड़ेरिया स्थित मकान वशीर व राजन के नाम करते इसके पहले ही मोहर्रम ने पिता को ट्रेन से धक्का देकर मार दिया और इसे दुर्घटना का रूप दे दिया। इसके बाद पूरा गड़ेरिया के मकान में भी कब्जा कर लिया और ऊपर के हिस्से में आकर परिवार के साथ रहने लगा। इसके चलते आए दिन झगड़ा होने लगा। विवाद के चलते राजन अपने परिवार के साथ शांतिपुरम फाफामऊ में किराए का कमरा लेकर रहने लगा। लेकिन तनाव बना रहा। इस बीच राजन ने मझले भाई वशीर के बेटे सूरज को मिलाकर मोहर्रम को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और शनिवार रात पूरी फैमिली को मौत के घाट उतारने मोहर्रम के घर पहुंच गए। पांच लोगों की बेरहमी से हत्या के बाद दोनों ने अपने खून से सने कपड़े व चापड़ को एक काले गमछे में लपेटा और बांधकर गोविंदपुर के शिवपुरी कालोनी के पास नाले में फेंक दिया और घर में जाकर सो गए।
इनका मर्डर
मोहर्रम
शुभम
बादल
रानी
बबिता
---
घायल
दिघिया
---
अरेस्ट
राजन सपेरा
सूरज
---
बरामदगी
हत्या में प्रयुक्त चापड़
खून से सने कपड़े
लूटी गयी ज्वैलरी व कैश