केसेज लगातार बढ़ने पर लिया गया फैसला, प्रदेश सरकार के आदेश का इंतजार

रेलवे, कोटवा और यूनानी हॉस्पिटल में भर्ती किए जाएंगे कोरोना पेशेंट

जैसे-जैसे मरीज बढ़ रहे हैं सिटी में कोरोना हॉस्पिटल्स की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। पहले केवल एसआरएन हॉस्पिटल में मरीज भर्ती हो रहे थे। फिर बेली हॉस्पिटल को मरीजों के लिए खोल दिया गया। अब तीन नए हॉस्पिटल्स को खोलने की परमिशन स्वास्थ्य विभाग ने शासन से मांगी है। इनको खोलने की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं।

दो सौ से अधिक बेड मिलेंगे

इस समय एसआरएन हॉस्पिटल में 220 और बेली हॉस्पिटल में 130 बेड कोरोना मरीजों के लिए संचालित हो रहे हैं।

इनमें मरीजों की संख्या तेजी से बढ ़रही है। दोनों में क्रमश: 202 और 59 मरीजों को भर्ती किया गया है।

अब स्वास्थ्य विभाग रेलवे, कोटवा और यूनानी हॉस्पिटल खोलने की तैयारी में लग गया है।

रेलवे और यूनानी में 100-100 बेड और कोटवा में 60 बेड का संचालन किया जाएगा।

पिछली बार रेलवे हॉस्पिटल में एल वन के साथ एल टू मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाने लगा था।

अभी मौजूद हैं कई विकल्प

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हमारे पास अभी कालिंदीपुरम आवास योजना मौजूद है। जरूरत पड़ने पर यहां 500 बेड का हॉस्पिटल संचालित किया जा सकता है। इसे चालू करने की नौबत आयी तो लेवल वन के ही पेशेंट भर्ती किये जाएंगे। यानी कम लक्षण वाले मरीजों को ही यहां रखा जाएगा। इसी तरह कोटवा और यूनानी हॉस्पिटल में भी हल्के या सामान्य लक्षण वाले मरीजों को भर्ती किया जाता है।

कोरोना की जासूसी पर लगी 450 टीमें

स्वास्थ्य विभाग ने मोहल्ले मोहल्ले कोरोना मरीजों की जासूसी करने के लिए 450 टीमें बनाई हैं। प्रत्येक टीम में प्राइमरी टीचर्स के अलावा एक आंगनबाड़ी या आशा को रखा गया है। इनका काम मोहल्लों में जाकर घर-घर लोगों से कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जानकारी प्राप्त करना हैं फिर इसकी सूचना मोबाइल टीमों को देकर उनकी सैंपलिंग कराना है।

प्राइवेट पर भी नजर

पिछले साल यूनाइटेड मेडिसिटी में भी मरीजों को भर्ती किया गया था। इस बार भी कोशिश की जा रही है कि लेवल टू मरीजों का यहां इलाज किया जा सके। हालांकि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग अभी जवाब नही दे रहा है। इसी तरह दूसरे प्राइवेट हॉस्पिटल्स पर भी विभाग की नजर है। लास्ट ईयर श्रीसाईनाथ वात्सल्य कोविड हॉस्पिटल का भी संचालन किया गया था।

कोई भी हॉस्पिटल खोलने से पहले शासन से एक परमिशन मांगी जाती है। जिसकी प्रक्रिया हमने शुरू कर दी है। जल्द तीन अन्य हॉस्पिटल भी संचालित होने लगेंगे। मरीजों के बढ़ने से हॉस्पिटल्स की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है।

डॉ। एके तिवारी

नोडल, कोविड 19 प्रयागराज