राधाकृष्णन हास्टल के आठ कमरों में काबिज थे इल्लीगल हास्टलर्स

पुलिस पहुंची तो कमरा छोड़कर भागे, समान भी हुए बरामद

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में भले ही अभी छात्रसंघ चुनाव का बिगुल न बजा हो। लेकिन बड़ी संख्या में दबंगों का कब्जा छात्रावासों के कमरों में हो गया है। इसकी बानगी फ्राईडे को राधाकृष्णन हास्टल में पड़ी रेड के दौरान देखने को मिली। जहां आठ कमरों में अवैध अन्त:वासियों का कब्जा पाया गया है। इन सभी कमरों पर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने अपना ताला जड़ दिया है। इससे दूसरे छात्रावासों में भी हड़कम्प मचा रहा।

आरटीआई में हो चुका है खुलासा

गजब बात तो यह है कि राधाकृष्णन हास्टल को सुख सुविधाओं से लैस हास्टल का दर्जा प्राप्त है। यह हास्टल प्रोफेशनल कोर्सेस में एडमिशन पाने वाले स्टूडेंट्स को एलाट किया जाता है। जिसकी फीस भी आम छात्रावासों से कई गुना ज्यादा है। बावजूद इसके इस हास्टल में अधिक संख्या में अवैध अन्त:वासियों का होना कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। इससे इस बात की भी पुष्टि होती नजर आ रही है कि जब प्रोफेशनल कोर्स के हास्टल का यह हाल है तो बाकी हास्टल्स के हालात क्या होंगे। पूर्व में आइसा से जुड़े रुस्तम कुरैशी की आरटीआई में भी छात्रावासों में खाली कमरों का ब्यौरा यूनिवर्सिटी की ओर से दिया गया था। जिसके बाद आइसा ने छात्रावासों में बड़े पैमाने पर अवैध कब्जे का आरोप लगाकर रेड की मांग की थी।

सुनाई दे रही छात्रसंघ चुनाव की आहट

करेंट में यह बात किसी से छिपी नहीं है कि विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की आहट से धन-बल की लड़ाई जोर पकड़ चुकी है। कई छात्र संगठन आगामी छात्रसंघ चुनाव में ताल ठोंकने के लिए पूरे दमखम के साथ उतरने की तैयारी में हैं। यूनिवर्सिटी और आसपास के इलाकों में पोस्टर बैनर की बढ़ती तादात इसकी तस्दीक कर रहे हैं। इसके लिए बाहुबली प्रत्याशियों को ढूंढे जाने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है।

सुपरिटेंडेंट ने की थी कम्पलेन

बहरहाल, फ्राईडे को राधाकृष्णन हास्टल में रेड डालकर आठ कमरों में यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने अपना ताला जड़ा। यह कार्यवाही हास्टल के सुपरिटेंडेंट डॉ। आरएस यादव की लिखित शिकायत पर की गई। डॉ। यादव ने चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरके उपाध्याय से हास्टल के आठ कमरों में अवैध अन्त:वासियों के रहने की शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसकी वजह से नए अन्त:वासियों को कमरा नहीं मिल पा रहा था। इन कमरों से अवैध साजो समान भी बरामद हुए हैं।

औचक छापेमारी का बनाया प्लान

राधाकृष्णन हास्टल में रेड की कार्यवाही से दूसरे छात्रावासों में भी सनसनी मची रही। इसके पीछे बड़ी वजह अचानक से हास्टल में भारी संख्या में पुलिस बल का दाखिल होना रहा। वैसे कार्यवाही के दौरान मौके पर कोई भी अवैध अन्त:वासी नहीं पाया गया। सभी कमरों में ताला लगाकर उड़न छू हो गए थे। उधर, चुनाव से पहले छात्रावासों में दबंगों का कब्जा एयू ऑफिसर्स के लिए भी चिंता का सबब बन गया है। जिसके चलते एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने छात्रावासों में दिन और रात में औचक छापेमारी करने का प्लान बनाया है। चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरके उपाध्याय का कहना है कि जिस भी हास्टल के सुपरिटेंडेंट की ओर से अवैध कब्जे की कम्पलेन आएगी। वहां छापेमारी की जाएगी। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि सोमवार की कार्रवाही में जिला प्रशासन और पुलिस के अफसर शामिल रहे।