मोदी सरकार का एक साल पूरा हो चुका है। सत्ता में आने से पहले प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार से निजात दिलाने के लंबे-चौड़े वादे किए थे। वर्तमान में इन वादों और दावों की क्या हकीकत है? भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्र सरकार की मुहिम कितनी सफल हो पाई? पब्लिक कितनी संतुष्ट है? इन सभी सवालों को लेकर आई नेक्स्ट ने लोकल सर्वे किया। जिसमें आधी पब्लिक ने माना कि भ्रष्टाचार में कुछ कमी आई है तो आधे लोगों का कहना था कि कोई असर नहीं हुआ है। हां एक बात जरूर कामन रही। इन सभी लोगों ने मोदी सरकार पर भरोसा जताया है कि वह भ्रष्टाचार में कमी जरूर लाएंगे। क्योंकि शुरुआत की वजह से भले ही ज्यादा इम्पैक्ट न दिख रहा हो, लेकिन सरकार इस पर काम तो कर ही रही है। जानिए सर्वे की फाइंडिंग्स-

फैक्ट फाइल

- भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई जा रही मोदी सरकार की योजनाओं से हाउस वाइफ सर्वाधिक खफा नजर आई। 80 फीसदी महिलाओं का कहना था कि पिछले एक साल में भ्रष्टाचार पर कोई असर नहीं हुआ है।

- ब्ब् फीसदी बिजनेसमैन मानते हैं कि भ्रष्टाचार में कुछ कमी आई है तो फ्ब् फीसदी ने कहा कि हालात जस के तस हैं।

- क्9 फीसदी प्रोफेशनल्स का मानना है कि भ्रष्टाचार बहुत हद तक कम हुआ है।

- भ्0 फीसदी स्टूडेंट्स भ्रष्टाचार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे। ब्ख् फीसदी मानते हैं कि कोई असर नहीं हुआ तो 8 फीसदी के मुताबिक भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना असंभव लगता है।

- ब्7 फीसदी ओवरऑल फीमेल्स का कहना है कि भ्रष्टाचार में कोई कमी नहीं आई है।

यह था हमारा सवाल-

देश में भ्रष्टाचार को मुख्य मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ी मोदी सरकार क्या भ्रष्टाचार पर लगाम लगा पाई है?

- ऐसा नहीं है कि केंद्र सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ काम नहीं कर रही है। योजनाएं चल रही हैं। बहुत सी चीजें अभी पाइप लाइन में होंगी। इन योजनाओं का रिजल्ट कुछ समय बाद सामने आएगा। भ्रष्टाचार के मामले में अभी तक केंद्र सरकार की छवि बेदाग ही नजर आई है। पब्लिक को सरकार से उम्मीदें हैं।

कविता यादव, प्रोफेशनल

- प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही कहा था कि ना खाऊंगा और न खाने दूंगा। वह अपने इस बयान पर कायम हैं। उनके मंत्री भी इसी दिशा में काम कर रहे हैं। अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है जिससे सरकार की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगाया जा सके। मेरी राय में मोदी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कुछ करके दिखाएगी।

डॉ। बीके कश्यप, प्रोफेशनल